★ विधायक बदले पर ग्रामीणों की समस्या जस की तस
अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड के कई बसाहट आज भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा से दूर है। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को किस कदर परेशानी होती है इसकी एक बानगी सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में देखने को मिली। सड़क नहीं होने के कारण युवक के शव को गांववाले बांस और रस्सी के सहारे कांधे पर ढोकर ले जाते नजर आए। वह भी एक-दो किलोमीटर नहीं बल्कि पूरे आठ किलोमीटर का उबड़-खाबड़ सफर पैदल ही पूरा किया गया।
देखें वीडियो 👇
https://youtu.be/9-ZqSm1o7I8?si=QSoW9sSSI8OKobvV
लखनपुर क्षेत्र के ग्राम घटोन पटकुरा निवासी यशपाल तिग्गा 18 वर्ष का कुछ दिनों पूर्व स्वास्थ्य खराब हुआ था। स्वजन ने उसे उपचार हेतु अंबिकापुर अस्पताल में भर्ती कराया था। उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई। रविवार को शव वाहन के माध्यम से युवक के शव को ग्राम पटकुरा तक लाया गया। खस्ताहाल सड़क होने के कारण वाहन घटोन ग्राम तक नहीं जा सका। ग्रामीणों ने बांस व रस्सी के सहारे कांधे में उठाकर शव को घर तक ले गए। पिछले वर्ष भी इसी तरह की तकलीफदेह तस्वीर घटोन क्षेत्र से सामने आई थी।
सरकार बदल गई। विधायक बदले परंतु ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई है। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को अनेकों प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विधायकों और जनप्रतिनिधियों से लंबे समय से ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग कर रहे है। आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका। जिसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
हाथी प्रभावित क्षेत्र सड़क जैसी सुविधा नहीं
ग्राम पटकुरा से आठ किलोमीटर दूरी पर घटोन गांव स्थित है। जहां लगभग दो दर्जन से अधिक परिवार निवासरत हैं। बदहाल सड़क के कारण गर्भवती महिलाओं, बीमार ग्रामीणों को कांवर या खाट में लेकर ग्राम पटकुरा पहुंचते हैं। फिर उन्हें वाहन की सुविधा मिल पाती है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं और बीमार व्यक्तियों को लाने में खतरा बना रहता है। यह इलाका हाथियों से भी प्रभावित है। उसके बाद भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा आज तक उपलब्ध नहीं हो सकी है।