★ छत्तीसगढ़ की पहली घटना जिसमें अपराधी ने पुलिस कर्मचारी के परिवार के सदस्यों की हत्या की
★ दो दर्जन से अधिक आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है कुख्यात बदमाश कुलदीप साहू
अंबिकापुर @thetarget365 सूरजपुर जिले के कुख्यात बदमाश कुलदीप साहू को विधानसभा चुनाव 2023 से ठीक पहले एक वर्ष के लिए जिला बदर किया गया था। जिला बदर के मियाद की अवधि पूरी नहीं हुई है। इसके बाद भी सूरजपुर जिले में वह निवास कर रहा था। उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं किए जाने का ही परिणाम है कि उसका हौसला बढ़ता चला गया।
छत्तीसगढ़ के इतिहास में शायद यह पहली घटना है जिसमें किसी शातिर अपराधी ने किसी पुलिसकर्मी के परिवार पर हमला किया है। इस घटना ने सूरजपुर जिले की पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी की हत्या कर फरार बदमाश कुलदीप साहू का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है। उसके विरुद्ध चोरी, मारपीट, शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, अपहरण , हत्या की कोशिश जैसे दो दर्जन से अधिक प्रकरण पंजीकृत है।
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इसी आपराधिक रिकार्ड को देखते हुए 20 अक्टूबर 2023 को उसे जिला बदर किया गया था। सूरजपुर के अलावा सरगुजा, कोरिया, बलरामपुर, एमसीबी,कोरबा तथा मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले पर उसके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिला बदर के प्रविधानों की धज्जियां उड़ाते हुए वह बड़े आराम से सूरजपुर में ही निवास कर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
शायद यही कारण है कि उसका हौसला बढ़ता चला गया और उसने दुःसाहसिक तरीके से प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी की घर में घुसकर हत्या कर दी। शव को ले जाकर बाहर फेंक दिया। कुलदीप साहू सूरजपुर जिले का ऐसा अपराधी है जिस पर कानून और पुलिस का शायद कोई भय नहीं रह गया है। इसके पीछे कुछ पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध रही हैं।
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