अंबिकापुर @thetarget365 सूरजपुर जिले में युवती से सामूहिक अनाचार के मामले में मुख्य आरोपी कांता का शव मंगलवार को छिंदिया जंगल में फंदे पर लटकता मिला है। सूचना पर रामानुजनगर पुलिस और काफी संख्या में ग्रामीणजन मौके पर पहुंच गए थे।
सोमवार देर रात सूरजपुर जिले में युवती को नशीली दवाई खिलाकर सामूहिक अनाचार के बाद बेहोशी की हालत में सड़क किनारे फेंक देने की अमानुषिक घटना सामने आई थी। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के हस्तक्षेप से वारदात के 48 घण्टे बाद पीड़िता का उपचार शुरू हो सका।
परिजनों का आरोप
घटना के बाद से परिजन रिपोर्ट लिखाने और युवती के उपचार के लिए भटक रहे थे। पुलिस ने प्रतापपुर में मुख्यमंत्री के आने को लेकर अधिकारियों की व्यस्तता का कारण बता रिपोर्ट दर्ज करने से साफ मना कर दिया। बिना एमएलसी के कोई चिकित्सक पीड़िता का उपचार करने को तैयार नहीं था। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अस्पताल के स्टाफ ने भी थाने को सूचित किया मगर रिपोर्ट नहीं लिखी गयी। प्रेमनगर के पूर्व विधायक खेलसाय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव को समूचे घटनाक्रम से अवगत कराया।
सिंहदेव ने आईजी अंकित गर्ग से बात कर तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने और एमएलसी कराने कहा, जिससे पीड़िता को जल्द से जल्द बेहतर उपचार मिल सके। इसके बाद देर शाम पीड़िता को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने मेडिकल कालेज के डीन से बात कर युवती के उपचार के संबंध में जानकारी ली। युवती की हालत गम्भीर बनी हुई है। उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया है।
पीड़िता की प्रतिनिधि मंडल से हुई थी बातचीत
पीड़िता ने प्रतिनिधि मंडल को बताया आरोपी उसके साथ ही स्कूल में पढ़ता था। उसी ने दवा बताकर कुछ खाने को दिया। अर्द्ध बेहोशी की स्थिति में आरोपी कांता और उसके साथियों ने रेप किया और खूब मारा-पीटा। होश आने पर वह सड़क किनारे पड़ी मिली।
आरोपों को पुलिस ने किया खारिज
सूरजपुर एडिशनल एसपी संतोष महतो ने बताया कि युवती के पिता की रिपोर्ट पर 13 अक्टूबर को कांता सिंह के खिलाफ रामानुजनगर थाने में मारपीट का अपराध दर्ज किया गया है। उस समय युवती के पिता या युवती ने जो जानकारी दी, उसके हिसाब से एफआईआर लिखी गई है। वे अगर सामूहिक अनाचार की जानकारी दे रहे हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई होगी।
पढ़ें संबंधित खबरें..
Black Monday : दशहरा मेला देखने निकली युवती के साथ नशीली दवाई खिलाकर सामूहिक अनाचार