अंबिकापुर @thetarget365 बलरामपुर जिले के सामरी थाना क्षेत्र में चार किलो के आईईडी (IED) को बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया है। सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए नक्सलियों ने इसे पगडंडीनुमा रास्ते पर लगाया था। सर्चिंग के दौरान बम बरामद हुआ था। उक्त स्थान झारखंड की सीमा से लगा हुआ है।
रविवार को पुंदाग स्थित कैंप से पीपरढाबा बस्ती जाने वाले पगडंडी के पास नक्सलियों द्वारा आईईडी प्लांट करने की सूचना पर जिला बल, बीडीएस टीम, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल एवं विशेष सूचना शाखा बलरामपुर की संयुक्त टीम को एरिया डोमिनेशन के लिए रवाना किया गया था। एरिया डोमिनेशन के दौरान उक्त आईईडी प्लांट के सूचना स्थल पर बीडीएस टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण पर पीपरढाबा जाने की पगडंडी रास्ते पर एक नग टिफिन आईईडी बरामद किया गया। उसे जमीन पर गड्ढा खोदकर लगाया गया था। सुरक्षा उपायों के साथ बम को निष्क्रिय किया गया जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। आईईडी को नक्सलियों के द्वारा सुरक्षाबलों को गंभीर क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से लगाया गया था। साथ ही इसमें स्थानीय ग्रामीणों को भी जान-माल का खतरा हो सकता था।
पुलिस अधीक्षक बलरामपुर वैभव बैंकर ने आईईडी बरामद करने वाली संयुक्त टीम की प्रशंसा करते हुए बधाई देकर उनका उत्साहर्धन किया है।बलरामपुर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण पहले भी नक्सलियों द्वारा लगाए गए टिफिन बम व आईईडी निष्क्रिय किया जा चुका है। नक्सलियों की मंशा को नाकाम करने में पुलिस की यह सफलता क्षेत्र में सुरक्षा और शांति बनाए रखने की दिशा में बड़ा कदम है।
बात दें एक दशक पूर्व नक्सली गतिविधियों की वजह से अति संवेदनशील जिला के रूप में बलरामपुर जिले को जाना जाता था। सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों द्वारा आईईडी और टिफिन बम लगाने की पुष्टि भी हुई थी। अब इस क्षेत्र में नक्सलियों का प्रभाव पूरी तरह से समाप्त हो चुका है लेकिन समय-समय पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए टिफिन बम और आईईडी बरामद होते रहे हैं। हर बार पुलिस और सुरक्षाबलों के साथ बम निरोधक दस्ता इन्हें निष्क्रिय करता रहा है।