★ कलेक्टर के निर्देशन में की गई छापमार कार्रवाई में प्रशासन की टीम को मिली बड़ी सफलता
अंबिकापुर @thetarget365 धान खरीदी प्रारंभ होने के बाद दूसरे प्रदेशों से धान लाकर सरगुजा जिले में खपाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे ही एक सूचना पर खाद्य व कृषि उपज मंडी की संयुक्त टीम ने कलेक्टर सरगुजा विलास भोस्कर के निर्देशन में कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन स्थानों पर छापा मार कार्रवाई की और 1028 क्विंटल धान जप्त किया है। इसकी कीमत 23 लाख 64 हजार 480 रुपये है। मामले में कार्यालय कृषि उपज मण्डी समिति मेण्ड्राकला अंबिकापुर ने छह प्रकरण बनाया है।
बता दें कि राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी की जा रही है। आसपास के प्रांतों के मुकाबले में छत्तीसगढ़ में धान का समर्थन मूल्य अधिक होने के कारण बिचौलिए व व्यापारियों द्वारा कम मूल्य पर दूसरे प्रांतों से धान लाकर यहां खपाने का काम किया जाता है। धान खरीदी प्रारंभ होने के पूर्व से ही धान को संग्रहित करने में बिचौलिए सक्रिय हो जाते हैं। इसके बाद वे ऐसे किसान जिनके पास खुद की उपज से अधिक का रकबा पंजीकृत है, उनसे संपर्क करके इस धान को खपाते हैं। शासन-प्रशासन द्वारा दीगर प्रांतों से धान लाकर खपाने के मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, इसके बाद भी बाहर से धान की आवक और इसके संग्रहण का सिलसिला नहीं थम रहा है।
इसकी जानकारी मिलने पर बुधवार को खाद्य विभाग की टीम के द्वारा मंडी के अधिकारियों के साथ मिलकर संयुक्त रूप से शहर में 6 स्थानों पर दबिश दी और 1020 क्विंटल धान जप्त किया है। जिला खाद्य अधिकारी चित्रकांत ध्रुव ने बताया कि धान के अवैध संग्रहण की जानकारी मिलने पर खाद्य विभाग व मंडी द्वारा यह कार्रवाई संयुक्त रूप से की गई है। इस दौरान 2613 बोरी में रखे गए थे। धान बिना किसी स्टॉक रजिस्टर, पंजीयन के जमा करके रखे गए थे। धान को मंडी अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई करते हुए जप्त किया गया है। कार्रवाई के बाद विभाग द्वारा जप्त धान को संग्राहकों के सुपुर्दगी में दिया है। उक्त धान को संग्राहक, व्यापारी धान खरीदी केन्द्रों में नहीं बेच पाएंगे।