अंबिकापुर @thetarget365 शहर में चंदन की तस्करी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। तस्करों ने वन विभाग के सबसे बड़े अधिकारी सीसीएफ (मुख्य वन संरक्षक) कार्यालय के ठीक पीछे स्थित बांस की नर्सरी से तीन चंदन के पेड़ों को काटकर ले जाने की घटना को अंजाम दिया। इतना ही नहीं, सात अन्य चंदन के पेड़ों पर भी आरा चलाया गया है। जानकारी के बाद वन अमला एक बार फिर जांच में जुट गया है।
प्रतापपुर रोड पर स्थित इस परिसर में सीसीएफ और डीएफओ (वन मंडल अधिकारी) के कार्यालय हैं, और इसके ठीक पीछे एक बड़ी बांस की नर्सरी है। इस नर्सरी में करीब 600 से अधिक चंदन के पेड़ लगाए गए थे, लेकिन सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए थे।
सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान हुआ खुलासा
सुबह मॉर्निंग वॉक पर आए स्थानीय लोगों ने सबसे पहले इन चंदन के पेड़ों को ठूंठ के रूप में देखा। उन्होंने तत्काल इस घटना की जानकारी डीएफओ सरगुजा को दी। जांच में पता चला कि तस्करों ने तीन चंदन के पेड़ों को काटकर ले जाने के साथ सात अन्य पेड़ों को भी आंशिक रूप से नुकसान पहुंचाया है।
पहले भी हो चुकी है तस्करी
गंभीर बात यह है कि इस क्षेत्र में पहले भी चंदन की तस्करी की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन वन विभाग अब तक किसी भी मामले में तस्करों को पकड़ने में नाकाम रहा है। सीसीएफ कार्यालय के पास से हुई इस तस्करी ने वन विभाग की सुरक्षा और कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह स्पष्ट करता है कि तस्करों में विभाग का कोई डर नहीं बचा है। घटना के बाद से वन विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस घटना ने विभाग की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
वन विभाग ने क्या कहा ?
डीएफओ सरगुजा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि तस्करी की जांच के लिए टीम गठित की गई है। साथ ही, नर्सरी की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।