लखनपुर @thetarget365 सरगुजा जिले के लखनपुर थानाक्षेत्र के ग्राम पलगड़ी में ईंट भट्ठे के तिरपाल तंबू के अंदर मजदूर दंपति की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतकों की पहचान कलिंदर अगरिया 30 वर्ष और उसकी पत्नी सुंदरी अगरिया 25 वर्ष के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही दरिमा और लखनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रात को तंबू में सोए थे दंपति
सूत्रों के अनुसार, कलिंदर अगरिया और उनकी पत्नी पिछले दो महीने से गांव के गमला भट्ठे में ईंट बनाने का काम कर रहे थे। शनिवार, 28 दिसंबर की शाम, वे अपने बच्चों हीरालाल 12 वर्ष और मोतीलाल 8 वर्ष को घर छोड़कर भट्ठे में सोने गए। उन्होंने तिरपाल तंबू के अंदर आग जलाकर रात बिताई। सुबह जब उनके बच्चे अपने माता-पिता को बुलाने पहुंचे, तो उन्होंने दंपति को मृत पाया।
अवैध गमला भट्ठों का संचालन जारी
ग्राम पलगड़ी में पिछले दो वर्षों से अवैध गमला भट्ठों का संचालन किया जा रहा है। इन भट्ठों में अवैध कोयले का इस्तेमाल कर ईंट तैयार की जाती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि भट्ठों में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाता, जिससे ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
शासकीय जमीन पर चल रहे अवैध भट्ठे
क्षेत्र में अवैध ईंट भट्ठों का संचालन बड़े पैमाने पर हो रहा है। कई भट्ठे शासकीय जमीन पर बनाए गए हैं, जहां चोरी का कोयला उपयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन इन अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई करने में नाकाम रहा है।
पुलिस ने शुरू की जांच
दरिमा पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर मर्ग कायम किया है। प्राथमिक जांच में दंपति की मौत का कारण दम घुटना माना जा रहा है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। पुलिस ने गमला भट्ठा संचालकों और अन्य संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
ग्रामीणों की मांग
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने अवैध भट्ठों पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि प्रशासन को इन भट्ठों को तत्काल बंद कराना चाहिए और मजदूरों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।