अंबिकापुर @thetarget365 शहर के गांधीनगर थाना क्षेत्र में दिनेश मरावी और काबिल अंसारी के अपहरण और फिरौती की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर पीड़ितों को सकुशल छुड़ाया।
जानकारी अनुसार, 20 जनवरी को इंदर साय मरावी निवासी बड़े दमाली दरिमा ने गांधीनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनका बेटा दिनेश मरावी 19 जनवरी की शाम अंबिकापुर जाने की बात कहकर घर से निकला था। रात में दिनेश ने अपनी पत्नी को फोन कर बताया कि वह अपने दोस्त काबिल अंसारी के साथ बुधवारी बाजार अजिरमा के पास गया था, जहां अज्ञात लोगों ने उन्हें जबरन अगवा कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने दिनेश और काबिल को ट्रेन में बैठाकर पैसे की मांग की।
पुलिस ने बताया कि डरे हुए परिजनों ने 15,000 रुपये और फिर 20,000 रुपये फोन पे से ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद दिनेश का मोबाइल बंद हो गया। काबिल के फोन से फिरौती की मांग जारी रही। गांधीनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर अपराध क्रमांक 56/25 धारा 140(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
मामले में पुलिस ने तकनीकी सहायता से आरोपियों की पहचान की। गिरफ्तार आरोपियों में साहिद खान (34), निवासी दमोह, मध्यप्रदेश, सोनू राय उर्फ हल्लू (32), निवासी सागर, मध्यप्रदेश, राहुल जैन उर्फ मोनू (34), निवासी सागर, मध्यप्रदेश, मुकेश दुबे (35), निवासी सागर, मध्यप्रदेश, राशिद खान (36), निवासी दमोह, मध्यप्रदेश और रामनरेश तिवारी (38), निवासी दमोह, मध्यप्रदेश शामिल हैं।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सोनू राय, रामनरेश तिवारी और राहुल जैन शादी के लिए लड़कियां तलाश रहे थे। साहिद खान के माध्यम से काबिल अंसारी का संपर्क मिला। अंबिकापुर में लड़कियों की जानकारी मिलने पर आरोपी वहां पहुंचे। लड़कियों के परिजनों को 1,32,000 रुपये फोन पे और 12,000 रुपये नगद दिए। बाद में रेलवे स्टेशन पर लड़कियां और उनके परिजन गायब हो गए। गुस्साए आरोपियों ने काबिल और दिनेश को बंधक बना लिया और अपने पैसे वापस पाने के लिए धमकी देने लगे।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से पीड़ितों को सागर, मध्यप्रदेश से छुड़ाया। आरोपियों ने कुल 75,000 रुपये फिरौती वसूली थी। पुलिस ने घटना में उपयोग किए गए मोबाइल भी बरामद किए। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक विपिन तिवारी, वीरेंद्र कुजूर और आरक्षक अरविंद उपाध्याय, देवेंद्र पाठक, बृजेश राय, संजीव चौबे, राहुल सिंह, सुरेश और रमेश राजवाड़े ने सक्रिय भूमिका निभाई।