अंबिकापुर @thetarget365 नगर निगम चुनाव में इस बार भाजपा और कांग्रेस के सामने बागी और निर्दलीय प्रत्याशियों की चुनौती बढ़ गई है। कुल 48 वार्डों में 124 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें छह वार्डों में भाजपा और तीन वार्डों में कांग्रेस के बागी प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
बागियों और निर्दलीयों से बढ़ी टक्कर
कई वार्डों में निर्दलीय और बागी प्रत्याशी मुकाबले को रोचक बना रहे हैं। वार्ड क्रमांक 27 में भाजपा से जुड़े शैलेश सिंह ने पार्टी से टिकट न मिलने पर निर्दलीय मैदान में उतरकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। वहीं, वार्ड क्रमांक 31 में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी विकास वर्मा को निर्दलीय शुभांकुर पांडेय और आम आदमी पार्टी के धीरज लाल से कड़ी चुनौती मिल रही है।
तीर-कमान और त्रिकोणीय संघर्ष
वार्ड क्रमांक 3 में भाजपा के बागी निशिकांत भगत ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है। यहां भाजपा के निरंजन राय और कांग्रेस के दिलीप धर के बीच सीधी टक्कर थी, लेकिन अब बागी प्रत्याशी की मौजूदगी ने समीकरण बदल दिए हैं।
वार्ड क्रमांक 22 में भी भाजपा और कांग्रेस दोनों को अपने ही बागियों से चुनौती मिल रही है। अशोक जायसवाल की पत्नी इंद्रावती जायसवाल कांग्रेस से बगावत कर मैदान में हैं, जबकि संगीता जायसवाल निर्दलीय के रूप में खड़ी हैं, जिससे मुकाबला कड़ा हो गया है।
वार्ड 40 बना सबसे रोचक
वार्ड क्रमांक 40 में सर्वाधिक पांच प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस यहां अंतिम समय तक अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई, जिससे हसन खान ने निर्दलीय रूप से नामांकन दाखिल कर दिया। वहीं, भाजपा ने नितिन को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस से जुड़े रहे रशीद पेंटर अब आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
13 वार्डों में त्रिकोणीय मुकाबला, 28 वार्डों में सीधी टक्कर
नगर निगम के 48 वार्डों में से 28 वार्ड ऐसे हैं जहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। 13 वार्डों में त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल रहा है, जबकि छह वार्डों में चार-चार प्रत्याशी आमने-सामने हैं।
इस बार के चुनाव में कई नए चेहरे भी मैदान में हैं, जिससे नगर निगम की नई परिषद में युवा और नए पार्षदों की संख्या बढ़ने की संभावना है। निर्दलीय और बागियों की मौजूदगी से मुख्य दलों के प्रत्याशियों के लिए राह आसान नहीं होगी और कई वार्डों में अप्रत्याशित नतीजे सामने आ सकते हैं।