अंबिकापुर @thetarget365 कलेक्टर विलास भोस्कर द्वारा सरकारी, गैर-सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूलों के लिए गठित स्कूल निरीक्षण समिति की गतिविधियां पिछले एक वर्ष से ठप पड़ी हैं। समिति के पदाधिकारी और सदस्यगण अब तक कोई बैठक नहीं कर सके हैं, जिससे अभिभावकों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों पर कोई अमल नहीं हुआ। प्रशासन की यह उदासीनता शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है।
अभिभावकों के सुझावों की अनदेखी
मार्च 2024 की बैठक में अभिभावकों ने स्कूलों में तनाव-मुक्त वातावरण बनाने, विद्यालय के आसपास सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने, नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने, किशोर छात्रों पर विशेष ध्यान देने, नियमित अभिभावक-शिक्षक बैठकें आयोजित करने और बच्चों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। इसके अलावा, स्कूल के आसपास यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करने का भी सुझाव दिया गया था। हालांकि, इन सभी बिंदुओं पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे अभिभावकों में निराशा है।
शिकायत पेटी की अनदेखी
स्कूलों में छात्रों की समस्याओं को जानने के लिए शिकायत पेटी लगाई गई थी, लेकिन अब इन पेटियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। शिक्षा सत्र समाप्त होने को है, अब तक एक बार भी इन शिकायत पेटियों को नहीं खोला गया, जिससे छात्रों की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं। कई स्कूलों में शिकायत पेटियों को ही हटा दिया गया है। समिति के सदस्यों ने भी कई स्कूलों का निरीक्षण तक नहीं किया, जबकि जिला शिक्षा अधिकारी ने उस वक्त तमाम तरह के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने चाहिए। अभिभावकों की चिंताओं को गंभीरता से लेकर स्कूल निरीक्षण समिति की बैठकें पुनः शुरू की जानी चाहिए ताकि शिक्षा का माहौल सुरक्षित और समुचित बना रहे।
क्यों बनी थी समिति
बता दें पिछले वर्ष एक निजी विद्यालय की छात्रा ने स्कूल प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लिया था। इस घटना के बाद अभिभावकों की नाराजगी खुल कर सामने आ गई। बढ़ते विरोध के बीच प्रशासन के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने स्कूल निरीक्षण समिति गठित की। शुरुआती दिनों में समिति की बैठकें स्कूलों में हुई जिसमें कई मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई। अब न तो बैठक हो रही है और न ही शिक्षा विभाग इस पर कोई पहल कर रहा है।
जानकारी नहीं है, पता करवाता हूं- जिला शिक्षाधिकारी
सरगुजा के जिलाशिक्षाधिकारी अशोक सिन्हा से जब इस संबंध में जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि पता करके आपको बता पाऊंगा। शिक्षा सत्र समाप्त होने को है सभी स्कूलों की शिकायत पेटियों की जांच की गई जाएगी। उसमें जो भी आवश्यक सुझाव मिलेंगे उस पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।