रामानुजगंज @thetarget365 छत्तीसगढ़ से सटे पड़ोसी राज्य झारखंड के गोदरमाना गांव में सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। पटाखा दुकान में आग लगने के कारण दुकान संचालक, एक ग्राहक और तीन मासूम बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसर गया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
जानकारी अनुसार, झारखंड के ग्राम गोदरमाना में सुबह 11 बजे के करीब 46 वर्षीय कुश कुमार की पटाखा दुकान में अचानक आग लग गई। उस समय दुकान पर 45 वर्षीय अजीत केसरी पटाखे खरीदने पहुंचे थे। वहीं, 8 वर्षीय आयुष केसरी और 7 वर्षीय पियूष केसरी पिता विकास केशरी दोनों भाई भी पटाखे लेने आए थे। 14 वर्षीय सुशीला क्रिकेटर निवासी बुढाप्रास भी दुकान के पास ही मौजूद थी। जैसे ही दुकान में आग लगी, ये सभी अपनी जान बचाने के लिए बगल के कमरे में छुप गए। लेकिन वह कमरा पूरी तरह बंद था और वहां कोई वेंटिलेशन नहीं था, जिससे दम घुटने के कारण पांचों की मौत हो गई।
स्थानीय लोगों ने जेसीबी से तोड़ी दीवार
जब घटना की जानकारी मिली, तो स्थानीय लोगों ने जेसीबी की मदद से दीवार तोड़कर अंदर फंसे लोगों को निकाला और उन्हें तुरंत रामानुजगंज के 100 बिस्तर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।
होली की खुशियां मातम में बदली
इस दर्दनाक हादसे के बाद रामानुजगंज और गोदरमाना गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मृत बच्चों की खबर सुनकर सैकड़ों की संख्या में लोग अस्पताल पहुंचे। कुछ घंटे पहले जो मासूम बच्चे होली की तैयारियों में लगे थे, वे अब इस दुनिया में नहीं रहे। मृत दोनों बच्चे रामानुजगंज के निजी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे थे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया दुख
इस हादसे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “गोदरमाना में हुए इस दर्दनाक हादसे से मन व्यथित है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन को मामले की पूरी जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।”
जांच में जुटा प्रशासन
फिलहाल, पुलिस घटना की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पटाखों में आग कैसे लगी। प्रशासन यह भी देख रहा है कि क्या दुकान में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे या नहीं।