बलरामपुर@thetarget365 : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी अनुभाग अंतर्गत ग्राम पंचायत करकली में शनिवार सुबह करीब 11 बजे अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान अफरा-तफरी मच गई। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) करुण डहरिया राजस्व टीम और पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और वर्षों से बसे दो दर्जन से अधिक परिवारों को जेसीबी मशीन की मदद से हटाना शुरू कर दिया।
एसडीएम के नेतृत्व में अचानक शुरू हुई इस कार्रवाई से ग्रामीणों में भय और दहशत का माहौल बन गया। गांव के सभी प्रभावित लोग गरीब तबके से हैं, जो वर्षों से वहां झोपड़ियों और कच्चे मकानों में रहकर जीवन यापन कर रहे थे।
पीड़ितों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा उन्हें किसी प्रकार की पूर्व सूचना, नोटिस या समय नहीं दिया गया। उन्हें अपने घरों का सामान तक निकालने का मौका नहीं मिला। प्रभावित लोगों ने बताया कि कार्रवाई के दौरान एसडीएम ने कहा कि “दो साल से कहा जा रहा है, अब सुनने का समय नहीं है”।
स्थानीय लोगों ने जब सरपंच से मदद की गुहार लगाई तो उन्होंने जिम्मेदारी लेते हुए कोई पहल नहीं की और विधायक से बात करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। अब स्थिति यह है कि सभी प्रभावित परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं। अतिक्रमण हटाओ की यह कार्रवाई उनके लिए सिर से छत छिन जाने जैसी त्रासदी बन गई है।
इसके अलावा, मौके पर मौजूद एसडीएम ने फोटो खींचने और वीडियो बनाने पर भी आपत्ति जताई और लोगों को डरा-धमकाकर जेल भेजने की चेतावनी दी। इससे कार्रवाई के दौरान भय का माहौल और अधिक गहरा गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से पुनर्वास की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।