बलरामपुर@thetarget365 : भारत सरकार के गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) द्वारा संचालित “समन्वय” पोर्टल के माध्यम से प्राप्त जानकारी के आधार पर बलरामपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अपने नाम पर फर्जी बैंक खाते खुलवाकर उन्हें अन्य साइबर अपराधियों को सौंपा, जिनका उपयोग देश के विभिन्न राज्यों में ऑनलाइन ठगी के लिए किया जा रहा था।
मामले का खुलासा बलरामपुर थाना प्रभारी द्वारा समन्वय पोर्टल से प्राप्त डाटा के तकनीकी विश्लेषण के बाद हुआ। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने विभिन्न बैंकों में खाते खोलकर उन्हें साइबर ठगी करने वाले गिरोहों को सौंपा। ये खाते धोखाधड़ी से प्राप्त राशि को ट्रांसफर करने और निकालने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे।
पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के निर्देश पर बलरामपुर थाना में अपराध क्रमांक 40/2025 और 41/2025 के तहत भारतीय न्यायतंत्र संहिता (BNS) की धाराओं 317(2), 317(4), 317(5), 318(4), 61(2)(क) में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। मामले में नंदन कुमार रजक 20 वर्ष, पिता उदय बैठा, निवासी ग्राम बरदर, थाना बलरामपुर और शोएब खान 31 वर्ष, पिता अब्दुल साहबान अंसारी, निवासी ग्राम अमटाही, थाना सामरी पाठ को गिरफ्तार किया गया। पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर दोनों आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत विवेचना जारी है और जल्द ही इस ठगी रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
इस कार्रवाई में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस अधिकारी में निरीक्षक भापेन्द्र साहू थाना प्रभारी बलरामपुर, उपनिरीक्षक किरणेश्वर प्रताप सिंह, सहायक उपनिरीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक शिपक शर्मा, शैलेन्द्र तिवारी, आरक्षक अशोक तिर्की, गजेंद्र भगत, सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र ठाकुर, आरक्षक राजकिशोर पैकरा शामिल थे।