★ नौ हाथियों के दल ने नौ दिनों में तोड़े 12 घर
अंबिकापुर। उदयपुर वनपरिक्षेत्र में इन दिनों हाथी मानव द्वंद के बीच दर्जनभर ग्रामीण अपना गुजर बसर करने मजबूर हैं। बीती रात सोमवार को ग्राम गुमगा के मोहल्ला डाहीमार में नौ हाथियों के दल ने रात एक बजे करीब जीतू मझवार के घर के बाहर पेड़ से बंधे भैंस को हाथियों ने पहले अपने दांत से हमला कर घायल किया फिर पैरों से कुचलकर मार डाला। वन अमला द्वारा प्रशिक्षु डीएफओ अक्षय भोसले के नेतृत्व में मंगलवार को सुबह पशु चिकित्सक को साथ लेकर घटना स्थल जाकर भैंसे के शव का पोस्टमार्टम कराकर मुआवजा प्रकरण बनवाया।
वन परिक्षेत्र में पिछले 11 दिसम्बर से नौ हाथियों का दल सूरजपुर जिले के तारा से होते हुये सरगुजा जिले परसा, साल्ही, गुमगा, मुड़गांव के जंगलों में लगातार विचरण कर रहा है। इस दौरान हाथियों ने लगभग 12 घरों को नुकसान पहुंचाया है। ठंड के दिनों में अपने घरों के टूटने से ग्रामीण काफी आहत नजर आ रहे है। हाथियों के मूवमेंट पर नजर रख रहे वन अमला द्वारा संबंधित ग्रामों में मुनादी कराकर जरूरत पड़ने पर उन्हे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। हाथियों ने अभी तक ग्राम गुमगा, डाहीमार में छंदन, सालन, करीमन, ललान, जगत, दिलबोध सभी जाति पण्डो तथा जीतू मझवार सहित अन्य लोगों के घरों को नुकसान पहुंचाया है।
हाथियों के हमले का दंश उदयपुर वन परिक्षेत्र के लोग विगत कई वर्षों से झेल रहे है। जंगलों का सिमटता दायरा हाथी और मानव द्वंद का कारण बनता जा रहा है। हाथियों के रहवास क्षेत्र में खदानों का संचालन भी इसका बड़ा कारण है।
हाथियों की निगरानी में परिक्षेत्र सहायक अजीत सिंह, चन्द्रभान सिंह, शशिकान्त सिंह दुर्गेश सिंह, वन रक्षक अमरनाथ, विष्णु, अवधेष, आर्मा कुमार, ऋषि, दिनेश तिवारी, धनेश्वर सिंह सहित अन्य स्टॉफ लगातार डटे हुये है।