★ मुआवजा व नौकरी के आश्वासन बाद समाप्त हुआ आंदोलन
बलरामपुर @thetarget365 जिले के कुसमी क्षेत्रांर्गत डुमरखोली मोड़ में बीती रात हाइवा की चपेट में आकर बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद देर रात दोनों के शवों को पुलिस ने कुसमी मर्क्युरी भिजवा दिया। लेकिन रविवार को सुबह पोस्टमार्टम के बाद परिजन शवों को लेकर सामरी थाने पहुंचे एवं थाने के सामने शव रखकर घंटों प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम कर दिया। दो-दो लाख रुपये मुआवजा एवं नौकरी के आश्वासन पर प्रदर्शन व चक्काजाम समाप्त किया गया।
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जानकारी अनुसार शनिवा रात दात्रम निवासी सिलेस्टिन तिर्की 20 वर्ष अपने साथी दिलसाय ब्रिजनिया के साथ बाइक में सवार होकर सामरी पहुंचे एवं वहां से सबाग की ओर जा रहे थे। रास्ते में डुमरखोली मोड़ के पास बाइक को तेज रफ्तार हाइवा ने चपेट में ले लिया। हाइवा की टक्कर से बाइक सवार गिरकर हाइवा के पहियों के नीचे कुचल गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को समेटकर कुसमी मर्क्युरी भिजवा दिया। आज रविवार को दोनों मृतकों का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया तो परिजन दोनों के शवों को लेकर सामरी थाने पहुंचे। थाने के सामने दोनों के शवों को रखकर परिजनों के साथ सर्व आदिवासी समाज ने घंटों प्रदर्शन किया। जिस वाहन से दोनों की मौत हुई, वे हिंडाल्को माइंस से बाक्साइट परिवहन लगी थी। सर्व आदिवासी समाज एवं परिजन मुआवजा एवं मृतक के परिजनों को हिंडाल्को में नौकरी देने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे।
थाने के सामने प्रदर्शन की सूचना पर मौके पर कुसमी एसडीएम करूण डहरिया, एसडीओपी इमानुएल लकड़ा, तहसीलदार शशिकांत दुबे पहुंचे। अधिकारियों ने सर्व आदिवासी समाज के बसंत कुजुर, सुनील नाग और अन्य प्रदर्शनकारियों से बात की। प्रशासन ने दोनों मृतकों के परिजनों को मुआवजा के रूप में दो-दो लाख रुपए, परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी का आश्वासन दिया तब जाकर सर्व आदिवासी समाज ने प्रदर्शन और चक्काजाम समाप्त किया। इसके बाद दोनों के शवों को परिजन अंतिम संस्कार के लिए ले गए।