◆ कांग्रेस पार्षद बाबर के नेतृत्व में घेराव, बजट आवंटन में पक्षपात का लगाया आरोप
अंबिकापुर @thetarget365 नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 41 की उपेक्षा से आक्रोशित वार्डवासियों का सब्र आखिर टूट गया। सड़क, नाली, जलभराव और गंदगी जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे नागरिकों ने सोमवार को नगर निगम कार्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस पार्षद मोहम्मद बाबर के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पुरुषों, महिलाओं और युवाओं ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया और नगर निगम के मुख्य द्वार को एहतियातन बंद कर दिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि वार्ड क्रमांक 41 की वर्षों से उपेक्षित समस्याओं का अविलंब निराकरण किया जाए। नागरिकों ने आरोप लगाया कि निगम द्वारा भाजपा पार्षदों के वार्डों में निर्माण कार्यों के लिए अधिक बजट दिया जा रहा है, जबकि कांग्रेस पार्षदों के वार्डों को नजरअंदाज किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने इसे राजनीतिक भेदभाव बताया और चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
वार्ड पार्षद मोहम्मद बाबर ने बताया कि नवागढ़ अंबिकापुर का सबसे बड़ा वार्ड है, जो पूर्व में पंचायत क्षेत्र रहा है। निगम में शामिल हुए 15 वर्षों के बाद भी वार्ड में अपेक्षित विकास कार्य नहीं हुए हैं। वर्तमान में बारिश के मौसम में सड़कें कीचड़ में तब्दील हो जाती हैं, जलभराव से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है, और संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
पार्षद बाबर ने कहा कि 23 फरवरी को वार्ड के विकास के लिए लगभग 15 करोड़ रुपये की लागत के प्रस्ताव नगर निगम को भेजे गए थे, परंतु अब तक अधिकारियों ने इस पर कोई विचार नहीं किया। दूसरी ओर भाजपा शासित वार्डों में 30 से 40 लाख रुपये तक की राशि विभिन्न विकास कार्यों हेतु जारी की जा चुकी है।
उन्होंने मांग की कि तत्काल डीएमएफ मद, अधोसंरचना निधि, महापौर निधि और आयुक्त निधि से कम से कम 20 लाख रुपये का बजट स्वीकृत कर वार्ड की प्रमुख समस्याओं का निराकरण किया जाए, ताकि जनता को राहत मिल सके। नगर निगम आयुक्त द्वारा शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद प्रदर्शन शांतिपूर्वक समाप्त हुआ। इस मौके पर पूर्व पार्षद सतीश बारी सहित बड़ी संख्या में युवा भी प्रदर्शन में सक्रिय नजर आए।
इस विरोध प्रदर्शन ने एक बार फिर नगर निगम में कथित पक्षपातपूर्ण बजट वितरण की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। वार्डवासियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि वार्ड क्रमांक 41 की उपेक्षा यूं ही जारी रही, तो वे चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।