★ मदद मिल गई होती तो बच जाती ईश्वर राजवाड़े ने जान
रायपुर @thetarget365 सोमवार को तड़के राजधानी रायपुर के तेलीबांधा में चाकूबाजी में घायल सरगुजा के ईश्वर राजवाड़े को यदि समय पर पुलिस टीम की मदद मिली होती तो शायद हादसे में जान न गवानी पड़ती। घटनाक्रम का रिव्यू देखने के बाद एएसपी लखन पटले ने मंगलवार को रायपुर जिले के डायल 112 में पदस्थ समस्त अधिकारी / कर्मचारी एवं चालकों की आवश्यक बैठक ली।
बैठक में एएसपी पश्चिम दौलत राम पोर्ते, एएसपी प्रोटोकॉल अनुराग झा, डायल 112 में पदस्थ अधिकारी / कर्मचारी एवं ईव्हीआर वाहन चालक उपस्थित रहे। पोर्ते ने घटनाओं की सूचना शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने, रिस्पॉन्स टाईम कम कर क्विक रिस्पॉन्स देने कहा। बेहतर कार्यवाही करने, रात्रि गश्त को मुस्तैदी पूर्वक करने एवं गश्त के दौरान संदिग्धों की चेकिंग करने के भी निर्देश दिये।
इसके साथ ही कहा गया कि इवेंट नहीं होने पर अपने ईव्हीआर वाहनों को ऐसे स्थान पर लगाये जिससे वाहन सामान्य जनता को दिखाई दे। पुलिस की उपस्थिति महसूस हो तथा अपने-अपने वाहनों को चिन्हांकित किये हुए निर्धारित स्थान पर खड़े करने एवं रात्रि में वाहनों में लाईट जलती रहें के निर्देश दिए गए। रात्रि 12 बजे से प्रातः 06.00 बजे तक गश्त मुस्तैदी से करने हेतु निर्देशित किया गया।
किसी भी प्रकार के इवेंट की सूचना पर तुरन्त पहुंचें
तत्काल इवेंट में पहुंचने, बल की आवश्यकता होने पर नजदीकी थाना को सूचना देने, वाहनों में लगे वायरलेस सेट को अपडेट रखने तथा जब इवेंट में जाएं तो अच्छा व्यवहार करने तथा जिससे किसी भी प्रकार की शिकायतें प्राप्त न हो संबंधित निर्देश दिए गए। बैठक में कहा गया कि सभी अधि/कर्मचारियों को संबंधित थाना क्षेत्र के गुण्डा बदमाश, निगरानी बदमाश, अड्डेबाजो तथा चाकूबाजों की जानकारी होनी चाहिये।
सड़क पर जान न गंवाई होती
हमले के चश्मदीद ईश्वर के भांजे और जलाशय की सुरक्षा में तैनात निगम कर्मी ने 108, 112 को कॉल कर मदद मांगी। लेकिन एक घंटे बाद भी कोई नहीं पहुंचा। दोनों ने यहां तक कि रोड के दूसरे साइड से गुजर रहे 112 पेट्रोलिंग सूमो को रोककर भी मदद मांगी। ड्राइवर और एक अन्य पुलिस कर्मी ने टर्न कर आने की बात कही। लेकिन नहीं पहुंचे और ईश्वर राजवाड़े की मृत्यु हो गई।
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