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अंबिकापुर @thetarget365 अंबिकापुर में एक स्टील कारोबारी के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के मामले में पुलिस ने एक संदेही जो कंपनी में पूर्व में कार्यरत कर्मचारी था उसे गिरफ्तार किया है। मृतक की कार से 3 महंगे पिस्टल भी बरामद हुए हैं।
★ संदेही के पास से जब्त हुआ नगदी और सोना
मामले में पुलिस ने संदेही संजीव मंडल नामक युवक को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को अक्षत अग्रवाल के साथ संजीव मंडल को कार में देखा गया था। संजीव मंडल पहले अंबिका स्टील इंडस्ट्रीज में काम करता था। करीब एक साल पहले उसने काम छोड़ दिया था। पुलिस ने संदेही संजीव मंडल के कब्जे से 47 हजार रुपए नगद, मृतक अक्षत की सोने की चेन, सोने का ब्रेसलेट और अंगूठी बरामद किया है।
★ मृतक की कार से 3 पिस्टल हुए बरामद
पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर गाड़ी को अनलॉक किया। युवक के पेट और सीने से खून निकल रहा था। गाड़ी के शीशों में भी खून के छींटे लगे थे। रिवॉल्वर से 3 गोलियां मारी गई हैं। जिस पिस्टल से हत्या की गई है, वह भी अक्षत अग्रवाल की है। गाड़ी से 3 महंगे पिस्टल मिले हैं। संदेही मंडल के अनुसार तीनों पिस्टल अक्षत लेकर आया था।
★ पुलिस को गोलमोल जवाब देता रहा संदेही
पुलिस की शुरुआती पूछताछ में संदेही संजीव मंडल गोल-मोल जवाब दे रहा था। उसने पुलिस को बताया कि अक्षत अग्रवाल ने किसी की हत्या के लिए उसे सुपारी देने की बात कही थी। इसके लिए उसने बड़ी रकम और सोना देने को कहा था।
★ कई बिंदुओं पर चल रही जांच- एएसपी
एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि आरोपी के अनुसार, अक्षत अग्रवाल ने स्वयं को गोली मारने के लिए संजीव से कहा था। हालांकि संजीव के बयान की कोई तस्दीक नहीं हो रही है। आरोपी जमीन दलाली का काम करता है। उसने अक्षत से 50 हजार रुपए उधार भी लिया था। अक्षत उधार दिए पैसे ही वापस लेने आया था। पुलिस की अब तक की जांच में एक ही आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है। इसमें किसी अन्य की भूमिका नहीं मिली है। आरोपी के बयान से भी यह पता चला है कि वह अकेला ही था। एएसपी ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है।
★ दो भाइयों में छोटा था अक्षत
पोस्टमार्डम के बाद जब अक्षत का शव घर पहुंचा तो मौके पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। अक्षत अपने पिता का कारोबार संभालता था एवं व्यवहार कुशल था। दो भाइयों में वह छोटा था। उसका अंतिम संस्कार शंकर घाट में किया गया।
बता दें मनेद्रगढ़ रोड निवासी अंबिका स्टील के संचालक महेश केड़िया के पुत्र अक्षत अग्रवाल 25 वर्ष बीती शाम 6:30 बजे से लापता था। परिजन उसकी लगातर खोज कर रहे थे लेकिन उसका मोबाइल बंद आ रहा था। अनहोनी से घबराए परिजन देर रात को ही गांधीनगर थाना पहुंच गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराए। बुधवार को सुबह अक्षत की कार क्रमांक CG10 BS 4184 चठिरमा जंगल में लावारिस हालत में पड़ी मिली। मौके पर पुलिस व परिजन ने देखा कि अक्षत मृत अवस्था में वाहन के ड्राइविंग सीट पर पड़ा है। फारेंसिक की टीम ने मौके पर जांच शुरू किया तो पाया युवक की छाती में 3 गोली लगी है। पुलिस ने संदेही पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लिया। जिससे पूछताछ लगातार जारी है जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्या के कारणों का खुलासा करने पुलिस दावा कर रही है।