★ परिजनों से भी पुलिस ने की पूछताछ
अंबिकापुर @thetarget365 शहर में युवा व्यवसायी अक्षत अग्रवाल की गोली मार हत्या करने के आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानु की रिमांड अवधि मंगलवार को पूरी हो गई। न्यायालय के निर्देश पर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। तीन दिनों की पूछताछ में घटना को लेकर कोई नई जानकारी निकल कर सामने नहीं आई है। रिमांड पर लेने के बाद से पुलिस लगातार आरोपी से पूछताछ करती रही। उसके बयान की सत्यता जांचने के लिए पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों (सीसी कैमरा व मोबाइल) का भी सहारा लिया। घटना दिवस को सुबह से लेकर रात तक के घटनाक्रम की जानकारी आरोपी से लेने के बाद पुलिस ने उसकी फिर से जांच की। जिस समय, जिस क्षेत्र में मृतक और आरोपी का आना-जाना हुआ था। उस क्षेत्र के सीसी कैमरों की जांच में उनकी उपस्थिति के प्रमाण भी मिले। आरोपी अपने पुराने बयान पर ही कायम रहा। जांच में कोई भी नया तथ्य निकल कर सामने नहीं आया।
बता दें अक्षत की हत्या के आरोप में पुलिस ने आरोपी संजीव मंडल को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया था। परिजन द्वारा आरोपी के बयान को भ्रामक व गुमराह करने वाला बताया गया था। परिजनों ने पुनः उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी सौंपा था। मृतक के परिवार के हर संदेह को दूर करने पुलिस ने आरोपी संजीव मंडल को तीन दिनों के लिए रिमांड पर लिया था। तीन दिनों तक पुलिस ने उससे पूछताछ के साथ ही घटनास्थल का भी दोबारा निरीक्षण किया था।
परिजनों से भी हुई पूछताछ
अक्षत के परिवार से भी पुलिस ने सामान्य पूछताछ की है। परिजनों ने आरोपी के बयान को भ्रामक व गुमराह करने वाला बताया है। परिजनों का कहना है कि अक्षत कभी भी घरवालों की जानकारी के बिना घर से बाहर नहीं जाता था। घर में किसी तरह से कोई पारिवारिक विवाद नहीं था। अक्षत को किसी प्रकार का तनाव भी नहीं था कि वह आत्महत्या या सुपारी जैसा कोई कदम उठाता। मृतक के स्वजन के साथ समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल से मुलाकात कर घटना की बारीकी से जांच की मांग की थी। मृतक के पिता महेश केडिया ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कुछ बिंदुओं पर संदेह जताया था। उन्होंने आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने तथा सुनियोजित साजिश के तहत उसकी हत्या करने की बात कही थी। घटना में एक से अधिक लोगों के शामिल होने का संदेह भी जताया गया था।
गांधीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप जायसवाल ने बताया कि घटना को लेकर कोई नई जानकारी सामने नहीं आई है। आरोपी ने जो बयान दिया था उसकी सत्यता जांचने के लिए सीसी कैमरों की जांच करने के साथ ही अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई। रिमांड की अवधि मंगलवार शाम को समाप्त हो गई।
यह है मामला
अंबिकापुर के मनेन्द्रगढ़ रोड स्थित अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के पुत्र अक्षत अग्रवाल का शव बुधवार को चठिरमा गौशाला के पास जंगल में उसकी कार में मिला था। हत्या के आरोप में गिरफ्तार भगवानपुर निवासी संजीव मंडल उर्फ भानु के बताए अनुसार पुलिस ने शव बरामद किया था। मृतक के जेवरात और नकदी रकम के अलावा तीन पिस्टल तथा 32 कारतूस पुलिस ने जब्त किए थे। आरोपी संजीव मंडल ने दावा किया था कि अक्षत के कहने पर ही नकदी और जेवरातों के लालच में आकर उसने तीन गोली मार कर उसकी हत्या कर दी थी।