अंबिकापुर (thetarget365)। डेढ़ माह से लापता राजमिस्त्री का ठेकेदार द्वारा अपहरण एवं मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगा बीती रात शनिवार को सर्व आदिवासी समाज ने सीतापुर थाने का घेराव कर दिया। सर्व आदिवासी समाज के विरोध के बाद आखिरकार सीतापुर पुलिस ने देर रात ठेकेदार व उसके साथियों के खिलाफ धारा 363 का अपराध दर्ज किया है। समाज ने पुलिस को जल्द से जल्द जिंदा या मुर्दा राजमिस्त्री को खोजने की बात कही है।
सरगुजा जिले के सीतापुर थानांतर्गत ग्राम उलकिया में निर्माणाधीन स्कूल भवन के कार्य में राजमिस्त्री का काम कर रहा दीपेश उर्फ संदीप 07 जून 2024 से लापता है। दीपेश उर्फ संदीप की पत्नी का आरोप है कि छड़ चोरी के आरोप में ठेकेदार एवं साथियों ने उसका अपहरण कर उसके साथ मारपीट की एवं उसे कहीं फेंक दिया। बार-बार की शिकायतों के बावजूद पुलिस मामले की जांच नहीं कर रही है। पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर दीपेश उर्फ संदीप की पत्नी ने सर्व आदिवासी समाज को आवेदन दिया था। सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश नेतृत्व ने जांच कमेटी बनाई और कमेटी शनिवार को दीपेश उर्फ संदीप के घर बेलजोरा पहुंची। समिति ने जांच के बाद ग्रामीणों के साथ सीतापुर थाने पहुंचकर प्रदर्शन किया। शनिवार रात 11 बजे तक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने मामले में ठेकेदार अभिषेक पांडेय व साथियों के खिलाफ अपहरण, मारपीट व एसटीएससी का अपराध दर्ज किया है।
संदीप की पत्नी ने आरोप लगाया है कि एक मजदूर ने बताया कि ठेकेदार अभिषेक पांडेय के साथ गौरी तिवारी व प्रत्युष ने दीपेश के साथ मारपीट की व उसे गाड़ी में बैठाकर कहीं ले गए। पुलिस को दिए गए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि दीपेश की अपहरण कर हत्या कर दी गई व शव को छिपा दिया गया है। इससे पूर्व सीतापुर पुलिस ने अभिषेक पांडेय की रिपोर्ट पर दीपेश उर्फ संदीप व विकास के खिलाफ चोरी का अपराध दर्ज किया था व विकास को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस दीपेश उर्फ संदीप को फरार बता रही है।
सीतापुर थाना प्रभारी ने बताया कि कहा कि ठेकेदार के खिलाफ अपहरण, मारपीट और एसटीएससी का अपराध दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। लापता दीपेश की खोजबीन भी की जा रही है। मामले की जांच में पूरे तथ्य सामने आ जाएंगे।