अंबिकापुर @thetarget365 Ambikapur :अंबिकापुर शहर से सटे ग्राम पंचायत खैरबार, जो वर्षों से वन ग्राम की श्रेणी में है, को राजस्व ग्राम घोषित किए जाने की मांग अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। इस पंचायत की खास बात यह है कि यह राजस्व रिकॉर्ड से ही गायब है, जिससे ग्रामीणों को न तो ज़रूरी प्रमाण पत्र मिल पा रहे हैं और न ही ज़मीन की खरीदी-बिक्री जैसे बुनियादी अधिकार मिल पा रहे हैं।
शनिवार को सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज खुद खैरबार पहुंचे और पंचायत भवन में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सीधे संवाद किया। उन्होंने मौके पर मौजूद एसडीएम फागेश सिन्हा, अधीक्षक भू-अभिलेख और अन्य राजस्व अधिकारियों को तलब कर पूरे मामले की प्रगति की जानकारी ली।
राजस्व विभाग ने जानकारी दी कि प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। दावा-आपत्तियों का निराकरण हो गया है और अंतिम प्रकाशन भी किया जा चुका है। अब इसे राज्य शासन को भेजा जाना बाकी है, ताकि गजट नोटिफिकेशन में शामिल कर राजस्व ग्राम घोषित किया जा सके। सांसद चिंतामणि महाराज ने कलेक्टर विलास भोसकर से भी चर्चा कर खैरबार को तत्काल राजस्व ग्राम घोषित करने के निर्देश दिए। पहली बार किसी जनप्रतिनिधि ने इस गंभीर मुद्दे को लेकर सीधे गांव पहुंचकर पहल की है।
चौपाल में ग्रामीणों ने असामाजिक तत्वों की दखलअंदाजी, वन भूमि पर अतिक्रमण, और विकास कार्यों के अभाव जैसी समस्याएं भी रखीं। इस पर सांसद ने अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने और ग्राम में शांति-सुरक्षा बनाए रखने के निर्देश दिए। ग्रामीणों को उम्मीद है कि वर्षों की इस मांग को अब जल्द ही न्याय मिलेगा और खैरबार को उसका वाजिब हक राजस्व ग्राम का दर्जा प्राप्त होगा।