★ रेलवे महाप्रबंधक ने किया निरीक्षण, नए प्लेटफार्म व यात्री सुविधाओं पर जोर
अंबिकापुर @thetarget365 दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण के लिए आश्वस्त किया है। यहां एक और प्लेटफार्म स्वीकृत है लेकिन निर्माण शुरू नहीं हो सका है। महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने अतिरिक्त प्लेटफार्म के साथ ही दिल्ली ट्रेन को सप्ताह में दो दिन करने के लिए पहल करने का भरोसा दिया है। एक दिन ट्रेन को प्रयागराज-कानपुर के रास्ते दिल्ली ले जाने यात्रियों को होने वाले लाभ से अवगत कराने पर महाप्रबंधक ने उक्त भरोसा दिया है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने
अंबिकापुर-अनूपपुर के मध्य विंडो ट्रेलिंग कर संरक्षा निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने रेलखंड पर ट्रैक मेंटेनेंस, सिग्नलिंग सिस्टम, कर्व, ब्रिज, समपार फाटक एवं क्रॉसिंग पॉइंट्स आदि की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान गति प्रतिबंधों, संरक्षा मानकों एवं परिचालन से संबंधित विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की गई। महाप्रबंधक द्वारा परसा साईडिंग का भी निरीक्षण किया गया। लोडिंग के दौरान सुरक्षा मापदण्डों के अनुपालन के साथ किए जाने वाले कार्यों का अवलोकन किए।
अंबिकापुर स्टेशन में महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने स्टेशन पर यात्री सुविधाओं, स्वच्छता, सुरक्षा और पुनर्विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया। अंबिकापुर स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किया गया है, इसलिए उन्होंने निर्माणाधीन संरचनाओं, यात्री सुविधाओं के उन्नयन, वेटिंग हॉल, प्लेटफॉर्म का अवलोकन कर समीक्षा की। साथ ही उन्होंने स्टेशन में गाड़ियों की मरम्मत व सफाई के लिए बनाई जा रही पिट लाइन के कार्यों का बारीकी से जांच की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होने स्टेशन में इंटरलॉकिंग सिस्टम, पॉइंट्स एवं स्विचों की कार्यक्षमता को जांचा।
सिग्नलिंग के साथ अन्य सुरक्षा मानकों का गहन निरीक्षण भी किया। विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण के दौरान उन्होंने रेलखंड की संरचना, ट्रैक मेंटेनेंस, सिग्नलिंग प्रणाली, आदि का निरीक्षण तथा सुरक्षात्मक उपायों की समीक्षा की। उन्होंने बिजुरी-बैकुंठपुर घाट सेक्शन का भी गहन निरीक्षण कर सुरक्षा व संरक्षा मानकों का जायजा लिए।
इस दौरान महाप्रबंधक द्वारा कटोरा-सूरजपुर खंड के मध्य स्थित समपार ऊंचडीह फाटक का संरक्षा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रेलवे अधिकारियों ने फाटक की स्थिति, सिग्नलिंग प्रणाली, बैरियर की कार्यप्रणाली एवं अन्य संरक्षा उपायों की जांच की। साथ ही, संरक्षा संबंधी आवश्यक सुधारों पर चर्चा की गई और आवश्यक निर्देश जारी किए गए।
बैकुंठपुर स्टेशन में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने स्टेशन पर यात्री सुविधाओं, आधारभूत संरचना, प्लेटफार्म विस्तार, वेटिंग एरिया, पेयजल व्यवस्था एवं स्वच्छता से संबंधित कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएं ताकि यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।महाप्रबंधक के साथ मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल, प्रधान मुख्य अभियंता, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, प्रधान मुख्य विद्युत अभियंता सहित मुख्यालय एवं मंडल के अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सिंहदेव ने भी मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने ने भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जीएम तरुण प्रकाश से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। दो बिंदु के ज्ञापन में उन्होंने अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पर एक और रेलवे प्लेटफार्म की मांग की जिसकी रेलवे जीएम ने सहमति दी है। इसके अतिरिक्त उन्होंने दिल्ली निजामुद्धीन स्टेशन तक चलने वाले साप्ताहिक ट्रेन के एक अतिरिक्त फेरे की मांग भी की है।
रेलवे जीएम के साथ चर्चा के दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री ने 31 दिसंबर 2024 को रेल मंत्री अश्विन वैष्णव को प्रेषित मांग पत्र को भी उपलब्ध कराया। यह पत्र मुख्यतः सरगुजा संभाग में रेलवे लाईन के विस्तार के साथ ही अतिरिक्त ट्रेन सुविधा को उपलब्ध कराने के संबंधित था। उन्होंने रेलवे जीएम से रेनूकूट, बरवाडीह, झारसुगडा और कोरबा रेलवे लाईन के विस्तार पर चर्चा की। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरगुजा क्षेत्र में उत्पादित कोयले की ढुलाई से रेलवे को काफी राजस्व मिलता है। इन रेल लाइन के विस्तार से रेलवे तो लाभान्वित होगा ही साथ ही संभाग के निवासियों को सुविधा मिलेगी। उन्होंने यह अनुरोध किय कि रेलवे सरगुजा से प्राप्त होने वाले मुनाफे के साथ ही यहां की जनभावनाओं का भी ध्यान रखे।
चर्चा के दौरान उन्होने सरगुजा संभाग के नागरिकों की सहूलियत की दृष्टी से नई रेलगाडियों की मांग भी रखी। उन्होंने रेलवे जीएम को अंबिकापुर से रायपुर या गोंदिया तक इंटरसिटी ट्रेन चलाने की मांग की। शहडोल से चलकर नागपुर को जाने वाली ट्रेन का विस्तार अंबिकापुर से करने की मांग की। यह भी सुझाव दिया कि अतिरिक्त रैक की व्यवस्था कर अंबिकापुर -दुर्ग ट्रेन का विस्तार नागपुर तक किया जाए।
रेणुकूट रेल लाइन के लिए विधान सभा में पारित संकल्प पत्र सौंपा
जेडआरयूसीसी सदस्य मुकेश तिवारी, पार्षद आलोक दुबे कैलाश मिश्रा, विवेक दुबे, करताराम गुप्ता, पार्षद राहुल त्रिपाठी, मंगल पाण्डेय, शिवेश सिंह, पीयूष त्रिपाठी, अंचल ओझा, अभिषेक सिंह, जितेंद्र सिंह, उज्जवल तिवारी सहित अन्य लोगों ने महाप्रबंधक तरुण प्रकाश से मुलाकात कर अंबिकापुर में रेल और यात्री सुविधाओं को लेकर अलग-अलग मांग पत्र भी सौंपा।
अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन के लिए छत्तीसगढ़ विधानसभा में पारित अशासकीय संकल्प के अलावा नगर निगम की सामान्य सभा से पारित प्रस्ताव की प्रति के साथ इस रेल लाइन के निर्माण से उत्तर छत्तीसगढ़ के लोगों को होने वाले लाभ से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने अंबिकापुर से रायपुर तक इंटरसिटी चलाने की भी मांग रखी। इस पर महाप्रबंधक ने अंबिकापुर दुर्ग ट्रेन में यात्रियों की संख्या को लेकर जानकारी ली। जब उन्हें पता चला कि दुर्ग ट्रेन में पर्याप्त यात्रियों की संख्या रहती है तो इंटरसिटी के लिए भी पहल करने का भरोसा दिया।
प्रतिनिधिमंडल ने रेल और यात्री सुविधाओं को लेकर महाप्रबंधक से लंबी चर्चा की। उत्तर छत्तीसगढ़ में रेल सेवा विस्तार के नाम पर सिर्फ सर्वे का खेल चलने पर भी सवाल उठाया गया। स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सुविधा बढाने के साथ रेणुकूट रेल लाइन और नई ट्रेनों को लेकर अपनी बात रखी।