अंबिकापुर। शहर से लगे ग्राम असोला में एक चौन्का देने वाला मामला सामने आया है। जहां महज 12 साल के बच्चे की जिद पुरी न होने पर उसने फांसी पर लटकार कर मौत का रास्ता चुन लिया। वहीं उसके इस कृत्य के बाद परिवार वाले हतप्रद है और पूरे परिवार में मातम पसरा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
आप सोच सकते हैं कि कोई बच्चा जो की महज 12 साल का है वो फांसी लगा कर आत्महत्या कर सकता है.. नहीं ना। लेकिन आज ऐसा हादसा अंबिकापुर के ग्राम असोला में हुआ है। जहां एक 12 साल के बच्चे ने जिद पुरी न होने पर फांसी लगा कर अपनी ईह लिला समाप्त कर ली। मृतक के पिता ने बताया कि उसका बेटा उनसे जुते की मांग कर रहा था और जिद पर अडा था। जब उसकी जिद पुरी नहीं हुई तो उसनें फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि ग्राम असोला बरगाह पारा निवासी विनोद बारगाह का 12 वर्षीय पुत्र रवि कक्षा आठवीं का छात्र था। तीन-चार दिनों से वह अपने पिता को जूता खरीदने के लिए कह रहा था। पिता ने कहा था कि वह बाद में जूता खरीद देंगे। बार-बार जिद करने के बाद भी पिता के द्वारा जूता नहीं खरीदने पर नाराज छात्र ने आज गांव में ही अपने चाचा के घर जाकर रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। आनन फानन में उसे फांसी से उतार कर परिजन मिशन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर पुरे मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
जिद पूरी न होने से नाराज 12 साल के बच्चे ने लगाई फांसी, मौत से पसरा मातम
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