★ टोनही की शंका पर महिला की हत्या कर शव सेप्टिक टैंक में फेकने के मामले का खुलासा
अंबिकापुर (thetarget365)। सरगुजा जिले के लुन्ड्रा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों प्राथमिक शाला सेमरडांड स्कूल के पीछे सेफ्टिक टैंक में मिले अज्ञात महिला के शव मामले की गुथी पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपियों में से एक के परिजनों की लगातार मृत्यु होने से मृतिका को टोनही मानकर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। हत्या के इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग आरोपी सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी अनुसार, दिनेश कुमार जायसवाल निवासी बरडीह थाना धौरपुर ने 26 जुलाई को थाना लुन्ड्रा में सूचना दर्ज कराया कि प्राथमिक शाला सेमरडांड स्कूल के पीछे बने सेप्टिक टैंक में बदबू आने पर सेप्टिक टैंक का ढक्कन हटवाकर देखने पर किसी अज्ञात महिला का पैर और साड़ी दिखाई दे रहा है। सूचना पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा तो सेप्टिक टैंक में किसी अज्ञात महिला का शव पड़ा था। मामले में मर्ग क्रमांक 73/24 धारा 194 बीएनएस कायम कर जांच शुरू किया गया। जांच में पुलिस टीम ने पाया कि मृतिका सामलिया पैकरा निवासी बालमपुर रतनपुर पाटीपारा थाना सीतापुर है। मामले में मृतिका की मृत्यु हत्यात्मक प्रवृति का होना पाए जाने पर पुलिस टीम ने जांच शुरू की। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर एक संदिग्ध अंकित उर्फ़ संतोष यादव 20 वर्ष निवासी चलगली डांडपारा थाना लुन्ड्रा को पकड़कर पूछताछ की तो उसने अपने 03 अन्य साथियो के साथ मिलकर हत्या करने की घटना करना स्वीकार कर लिया। आरोपी के निशानदेही पर मामले में शामिल एक विधि से संघर्षरत बालक समेत कुल 03 आरोपियों की पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। अन्य गिरफ्तार आरोपियों में अरविन्द पैकरा 29 वर्ष, समित पैकरा 24 वर्ष निवासी रतनपुर पाटीपारा थाना सीतापुर और एक नाबालिग शामिल हैं। आरोपियों ने घटना के सम्बन्ध में बताया कि आरोपी अरविन्द पैकरा की जान-पहचान पूर्व से चलगली डांडपारा लुन्ड्रा निवासी अंकित उर्फ़ संतोष यादव से था जो आरोपी अरविन्द पैकरा के घर में परिवार के लोगो की असामायिक मौत के बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि आरोपी अरविन्द पैकरा कि चाची सामलिया पैकरा जो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता है। धीरे धीरे जादू टोना करके घर के लोगो को मार रही है। इस बात पर आरोपियों द्वारा मिलकर सामलिया पैकरा को जान से मारने का प्लानिंग कर आरोपी अंकित उर्फ़ संतोष यादव द्वारा स्वयं को परियोजना कार्यालय का बाबू होना बताते हुए मृतिका को पूर्व में फोन कर कार्यालयीन कार्य से मिलना आवश्यक होना बताते हुए मिलने के लिया बोला। मृतिका घटना दिनांक 22 जुलाई को मिलने को तैयार हुई, मृतिका को परियोजना अधिकारी से मिलवाने की बात बोलकर झांसे में लेकर आरोपी अरविन्द पैकरा द्वारा गाँव के व्यक्ति से माँगा गया बोलेरो वाहन लेकर अंकित उर्फ़ संतोष यादव को दिया। अंकित उर्फ़ संतोष यादव अपने साथी विधि से संघर्षरत बालक को अपने साथ लेकर मृतिका सामलिया पैकरा को लेने मंगारी सीतापुर बोलेरो वाहन से गया। बोलेरो वाहन के पीछे आरोपी अरविन्द पैकरा एवं उसका भाई समित पैकरा भी दो मोटरसायकल में पीछे-पीछे थे, जो आरोपी अंकित उर्फ़ संतोष यादव एवं विधि से संघर्षरत बालक बोलेरो वाहन में सामलिया पैकरा को बैठाकर इधर उधर घुमाते रहे। शाम होने पर आरोपियों द्वारा मृतिका को चलगली सेमरडीह स्कूल के पास ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दिए और मृतिका के शव को सेमरडीह स्कूल के पीछे सेप्टिक टैंक में डालकर ढक्कन बंद कर मौके से फरार हो गए। आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने धारा 103(1), 238, 3(5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेज दिया है। आरोपियों के पास से मोबाइल घटना में प्रयुक्त बोलेरो वाहन क्रमांक सीजी14बी4287 एवं 02 नग मोटरसायकल एवं घटना में प्रयुक्त किया गया सिम जप्त किया गया है।
कार्यवाही मे थाना प्रभारी लुन्ड्रा उप निरीक्षक शिशिरकान्त सिंह, सहायक उप निरीक्षक चंद्र प्रकाश केरकेट्टा, स्पेशल टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विवेक कुमार पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सत्यनारायण पाल आरक्षक दीपक पाण्डेय, हेमंत लकड़ा, अमित विश्वकर्मा विकास सिंह, संजू चौबे, राहुल सिंह, लालदेव सिंह, अनिल बड़ा, अनिल मरावी, वीरेंद्र खलखो, निरंजन बड़ा, कपिल देव, प्रेम मरावी शामिल रहे।