★ लक्ष्य जूनियर स्कूल के बच्चों की रंगारंग प्रस्तुति ने सबको मंत्रमुग्ध किया
★ बिशुनपुर स्थित लक्ष्य जूनियर स्कूल के वार्षिकोत्सव में शामिल हुए मेडिकल कालेज के डीन, अधीक्षक व अन्य चिकित्सक
अंबिकापुर। नगर के बिशुनपुर स्थित लक्ष्य जूनियर स्कूल में चौथा वर्षिकोत्सव उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया गया। वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कालेज अंबिकापुर के डीन डा रमनेश मूर्ति थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मेडिकल कालेज अस्पताल के अधीक्षक डा आरसी आर्या ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में महावीर अस्पताल के संचालक डा सुधांशु किरण व पत्रकार अनंगपाल दीक्षित थे।
अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पित कर किया। सरस्वती वंदना की प्रस्तुति शिक्षिका अनामिका सिंह ने दी। अतिथियों के स्वागत सत्कार उपरांत प्ले स्कूल के बच्चों ने स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी। नर्सरी के बच्चों ने पढ़ेंगे लिखेंगे बनेंगे नवाब। क्लास वन एवं टू के बच्चों ने पर्यावरण का संदेश देते हुए नाटिका की प्रस्तुति दी। एलकेजी के बच्चों ने राम आए हैं अवध में की प्रस्तुति दे सबको भाव विभोर कर दिया। कक्षा चौथी के बच्चों ने स्वच्छ भारत अभियान की नाटिका प्रस्तुत कर लोगों को जागृत किया। कक्षा पहली व दूसरी के बच्चों ने मनमोहक बम बम भोले का नृत्य कर सबको बांधे रखा। छात्र बंटी शर्मा ने हमारा स्कूल को लेकर भाषण दिया। चौथी के छात्र ने प्रार्थना नृत्य की प्रस्तुति दी। बाल मजदूरी पर नाटिका ने सबका मन मोह लिया। यूकेजी के बच्चों ने टन टन घंटी बजी की शानदार प्रस्तुति दी। कक्षा पहली व दूसरी के बच्चों ने इंटरनेट मीडिया को लेकर और मोबाइल से हो रहे सामाजिक ताने-बाने को पहुंचने वाले आघात पर विचारणीय नाटिका की प्रस्तुति दे सबको सोचने पर मजबूर कर दिया। बच्चों ने वर्तमान समय में मोबाइल से होने वाले नुकसान को भी उकेरा। एलकेजी के बच्चों ने छोटा बच्चा जानकर हमसे की प्रस्तुति दी। कक्षा तीसरी और चौथी के बच्चों ने सरगुजिहा करमा नृत्य हमर पारा तुहर पारा की प्रस्तुति दे सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। अतिथियों ने उत्कृष्ट बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेडिकल कालेज के डीन डा रमनेश मूर्ति ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों को जागृत रखना, उन्हें नैतिक शिक्षा के साथ वर्तमान में उनके जरूरत के हिसाब से शिक्षा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को जैसा तरासेंगे बच्चे वैसा बनेंगे। इसमें माता-पिता की जिम्मेदारी शिक्षकों से भी अधिक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अस्पताल के अधीक्षक डा आरसी आर्या ने कहा कि इस छोटे से स्कूल के बच्चों ने कई बड़े संदेश दिए हैं जो सभी को सोचने पर मजबूर किया है। वर्तमान समय में स्कूलों में संस्कार युक्त शिक्षा देने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि पत्रकार अनंगपाल दीक्षित ने कहा कि बच्चों ने मोबाइल और इंटरनेट मीडिया से होने वाले नुकसान पर जो नृत्य नाटिका प्रस्तुत की वह वर्तमान समय में चिंता का विषय है। मोबाइल आज की जरूरत है किंतु उसका उपयोग आवश्यकता से अधिक करना भी घातक है। सामाजिक ताना-बाना भी मोबाइल के कारण बिगड़ रहा है। बच्चों की सोच भी विकसित नहीं हो पा रही है। इंटरनेट पर जो हमें उपलब्ध हो रहा है उसे ही सही मान रहे हैं। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन स्कूल की निर्देशिका डा पुष्पा सिंह ने किया। कार्यक्रम में डा सुषमा रवि, डा अर्पण सिंह चौहान, भावना सिंह, शिवानी सिंह, जय प्रकाश नारायण राय डबल सहित काफी संख्या में स्कूल परिवार से जुड़े लोग व अभिभावक, स्कूल के शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।