प्रतापपुर (सूरजपुर)। पूर्व में प्रतापपुर पुलिस ने चोरी की 22 मोटरसाइकिल जब्त कर एक अंतराज्यीय मोटरसाइकिल चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की थी। अब प्रतापपुर पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे कुछ और आरोपितों में से एक आरोपित को धर दबोचने में सफलता हासिल की है।
बता दें कि 26 मार्च 2024 को साप्ताहिक बाजार प्रतापपुर के पास से मोटरसाइकिल चोरी होने की सूचना पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध चोरी का अपराध पंजीबद्ध किया गया था। विवेचना के दौरान 29 मार्च 2024 को ग्राम पोड़िपा में एक मोटरसाइकल को बेचने की फिराक में ग्राहक की तलाश कर रहे मुरका निवासी दिल मोहम्मद को प्रतापपुर पुलिस ने मोटरसाइकल सहित पकड़ा था। पूछताछ में उसने बताया था कि दिनांक 23 मार्च 2024 को प्रतापपुर की एक किराना दुकान के सामने से हीरो एचएफ डिलक्स को चोरी कर ले गया था जिसे बेचने के लिए आज ग्राहक की तलाश कर रहा था। उसने पुलिस को यह भी बताया था कि बीते डेढ़ वर्षों में वह प्रतापपुर, अंबिकापुर, बरियों, राजपुर, बलरामपुर, रामानुजगंज व शंकरगढ़ से कुल 26 नग मोटर सायकल चोरी कर चुका है। जिसमें से कुछ मोटर सायकल को अपने साथी संजय देवांगन निवासी लालमाटी, अरबाज अली निवासी राजपुर, तसरीफ निवासी बभनी व अन्य लोगों के पास बेचा है। मामले में प्रतापपुर पुलिस ने आरोपित दिल मोहम्मद, अरबाज, संजय, तसरीफ से कुल 22 नग मोटरसाइकिल बरामद कर इन चारों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था। उक्त मामले में इमरान व अन्य आरोपी फरार चल रहे थे। जिनकी लगातार पतासाजी की जा रही थी।
गौरतलब है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एमआर आहिरे ने चोरी, नकबजनी सहित सभी आपराधिक मामलों में फरार चल रहे आरोपितों की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दे रखे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर पुलिस आरोपितों की पतासाजी में लगी हुई थी इसी बीच पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर 28 मई 2024 को घेराबंदी कर फरार आरोपित इमरान पिता इस्लामुद्दीन उम्र 20 वर्ष निवासी बिशुनपुरा थाना डिण्डो जिला बलरामपुर को पकड़ा। जिसके कब्जे से चोरी की एक हीरो एचएफ डिलक्स मोटर सायकल बरामद होने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एएसआई हरिशंकर तिवारी, प्रधान आरक्षक रजनीश त्रिपाठी, आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, राजेश तिवारी व लक्ष्मी नारायण मिर्रे सक्रिय रहे।