★ सरगुजा के लोकनृत्यों ने कला केंद्र में अद्भुत छटा बिखेरी
अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा सेवा समिति, नागरिक समिति तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विजयादशमी महोत्सव अंतर्गत सांस्कृतिक लोक नृत्य प्रतियोगिता आज स्थानीय कला केंद्र मैदान में आयोजित हुआ। शैला, कर्मा तथा पारंपरिक सुगा नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियों ने कला केंद्र मैदान में अद्भुत छटा बिखेरी।
इस बार सरगुजा अंचल के लोकनृत्यों की कुल 36 टीमों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जिसमें से शैला वर्ग में माँ महामाया शैला समिति जमदेई प्रथम, शैला पार्टी सोनगरा द्वितीय तथा रामदल कर्मा नृत्य भकुरा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सुगा वर्ग में विश्वास सुगा नृत्य नर्मदापारा प्रथम, माँ महामाया सुगा दल परसा भकुरा द्वितीय तथा शिवशक्ति सुगा दल भकुरा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को उपस्थित अतिथियों ने पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर प्रत्येक प्रतिभागी टीम को समिति की ओर से दो दो हजार भी सम्मान स्वरुप भेंट किया गया। साथ ही संस्था हेल्पिंग हैण्ड सोसायटी की ओर से प्रत्येक प्रतिभागी को प्लास्टिक फ्री एनवायरनमेंट को बढ़ावा देने के लिए जूट के बने बैग भी प्रदान किये गये।
इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने उपस्थित जनसमुदाय को दशहरा तथा दिपावली पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किसी भी समाज की पहचान उसकी कला व संस्कृति से होती है, हमारा सरगुजा जिला इस मामले में समृद्ध है। जब भी मैं मांदर की थाप सुनता हूं मुझे गांव की याद आती है।
सरगुजा सेवा समिति के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय रविशंकर त्रिपाठी के प्रयासों से सरगुजा के लोकनृत्यों की साँस्कृतिक विरासत को एक मंच पर लाकर सम्मानित करने की परंपरा शुरू हुई जो आज भी जारी है, और इसे आगे बढ़ते ही रहना चाहिए। इस अवसर पर सरगुजा सेवा समिति की अध्यक्ष रजनी रविशंकर त्रिपाठी ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विजयादशमी महोत्सव में आयोजित होने वाले प्रतियोगिताओं की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। मानस गान तथा लोकनृत्य प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों की संख्या बढ़ना इस बात का शुभ संकेत है कि यह परंपरा अगली पीढ़ी तक जा रही है।
नागरिक समिति के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि विजयादशमी पर्व पर हमारे जिले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शहर तक गांव के प्रत्येक व्यक्ति की सहभागिता रहती है। सरगुजा की लोक संस्कृति को एक सूत्र में पिरोने के इस कार्यक्रम की जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
समिति के उपाध्यक्ष अखिलेश सोनी ने कहा कि सरगुजा सेवा समिति, नागरिक समिति तथा जिला प्रशासन के इस आयोजन की चर्चा दूर दूर तक है। कार्यक्रम का संचालन समिति के सदस्य नरेन्द्र सिंह टूटेजा व वीर सोनी ने संयुक्त रूप से किया। आभार प्रदर्शन समिति के सदस्य मधुसूदन शुक्ला ने किया। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में रंजीत सारथी, देवेन्द्र दास सोनवानी, विनितेश गुप्त सक्रिय रहे।