अंबिकापुर (thetarget365)। प्रदेश में 33 हजार शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड व बीएड संघ 22 जुलाई को विधानसभा का घेराव करेगा। महा आंदोलन में सरगुजा समेत प्रदेश भर से बड़ी संख्या में शिक्षित बेरोजगार युवा शामिल होंगे। प्रदेश के युवा बेरोजगार लंबे समय से शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं।
तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद करने की घोषणा की थी, लेकिन प्रदेश सरकार के उदासीन रवैये के कारण भर्ती प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो सकी है। शिक्षा विभाग ने वित्त विभाग को सहमति के लिए भेजा है, लेकिन वित्त विभाग में अनुमोदन लंबित है।
प्रदेश के युवा बेरोजगार वित्त मंत्री ओपी चौधरी के इस बयान से भी काफी रोष में हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश में सिर्फ एक प्रतिशत ही युवा नौकरी के लायक हैं। साथ ही उन्होंने शिक्षक भर्ती को यह कहकर टालने की कोशिश की, कि पैसे नहीं होने की वजह से अभी भर्ती नहीं की जा सकती। बता दें, लोकसभा चुनाव 2024 से पहले तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 33 हजार शिक्षक भर्ती का ऐलान किया था। बेरोजगार युवाओं का आरोप है कि विधानसभा के सदन में घोषणा के बाद विधानसभा की सदन की गरिमा नहीं रखी गई। प्रदेश में शिक्षकों के 78 हजार पद खाली हैं। छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बीएड व डीएड संघ के सदस्य ने बताया कि प्रदेश के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं तो पढ़ाएगा कौन? प्रदेश के 600 से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं जिनमें एक भी शिक्षक नहीं हैं, ऐसे स्कूल शिक्षक विहीन हैं। 5000 से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं जो केवल एक ही शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहे हैं। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में एक लाख से ज्यादा नौकरी निकालने का वादा किया था। इस वायदे को याद दिलाने बेरोजगार युवा महा आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं।