अंबिकापुर। सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय में बीएड प्रथम वर्ष के समस्त प्रशिक्षणार्थियों को गत दिवस शैक्षणिक भ्रमण के लिए रायपुर, हैदराबाद, श्रीसेलम ले जाया गया। शैक्षणिक यात्रा के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों का सर्वांगीण विकास करना मुख्य उद्देश्य है।
बीएड प्रथम वर्ष के समस्त प्रशिक्षणार्थियों के साथ प्राचार्य डॉ. श्रद्धा मिश्रा, विभागाध्यक्ष श्रीमती रानी रजक, सहायक प्राध्यापक श्रीमती प्रीति साहू, सुश्री सुनीता राजपुरोहित के नेतृत्व में हैदराबाद के विभिन्न दार्शनिक स्थानो को दिखाया गया। प्रथम दिवस सभी प्रशिक्षणार्थियों को गोलकुंडा, हैदराबाद, तेलंगाना ले जाया गया। यह तेलगांना के पश्चिमी बाहरी इलाके में स्थित एक मजबूत गड़ और खंडहर शहर हैं। जिसके विषय में गाईड के द्वारा विस्तृत जानकारी प्रदान की गई, जिसमें उसके निर्माण व शासन की जानकारी प्रदान की गई। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने प्रत्यक्ष रूप से देखकर कई जानकारियां प्राप्त की तथा किले के स्वरूप को देखकर प्रसन्न हुए। शाम के समय गोलकुंडा किला में ध्वनि एवं प्रकाश के माध्यम से लाईट शो आयोजित किया जाता है, जिसके माध्यम से सभी प्रशिक्षणार्थियो ने वहां के निर्माण, शासक व इतिहास की जानकारी प्राप्त की। अगले दिवस मल्लिकार्जून मंदिर, श्रीशैलम के दर्शन कराये गये। यह मंदिर शिव और शक्ति के हिन्दू संप्रदाय के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योकि यह शिव के बारह ज्योतिलिंगों एवं देवी के अठारह शक्ति पीठों में से एक रूप हैं इसके इतिहास वास्तुकला की जानकारी सभी को प्रदान की गई। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने कई रोचक जानकारी भी प्राप्त की तथा दिव्य दर्शन प्राप्त किये।
तृतीय दिवस सभी हैदराबाद के प्रसिद्ध रामोजी फिल्म सीटी गये जहां बहुत बड़े क्षेत्र में फिल्म की शूटिंग की जाती हैं। जहां कई शूटिंग से संबंधित विभिन्न जानकारी प्रदान की गई, फिल्मों में प्रयोग होने वाले सेट निर्माण के संबंध में जानकारी प्रदान की गई, जिसके साथ ही कई कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। प्रशिक्षणार्थियों को सृजनात्मकता का स्वरूप दृश्य रूप में प्रदान किया गया। प्रशिक्षणार्थियों ने फिल्मी जगत की कई जानकारी प्राप्त की तथा फिल्म सीरी में मौजूद स्थानो का अवलोकन किया। फिल्म सीरी में यूरेका, लाइव शो इत्यादि का आयोजन किया था। अगले दिवस हैदराबाद के प्रसिद्ध चारमीनार में सभी प्रशिक्षणार्थियों को भ्रमण के लिए गए तथा इसके विषय में विस्तृत व रोचक जानकारी प्रदान की गई। साथ ही सभी को बिरला मंदिर में सभी ने भगवान बालाजी के दर्शन किये तथा मन्दिर के विशाल स्वरूप का अवलोकन किया। सभी को साकार जंग म्यूजियम ले जाया गया जहां कई ऐतिहासिक मूर्तियां, वस्त्रों, पुस्तकों, वस्तुओं की जानकारी प्राप्त की तथा हाथी दांत से निर्मित वस्तुओं व मूर्तिकला का विस्तार भण्डार देखकर सभी हर्षित हुए। शाम को लुम्बिनी पार्क में जाकर कई मनमोहक दृश्य देखे तथा वोटिंग का आनन्द लिया। इसके साथ ही रायपुर में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर के भी दर्शन कराए गए।
इस शैक्षणिक यात्रा से प्रशिक्षणार्थियों ने कई जानकारी प्राप्त की तथा इसके माध्यम से उनका सर्वांगीण विकास करने का प्रयास सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय के द्वारा किया गया। साथ ही दार्शनिक स्थानो पर जाकर प्रत्यक्ष तथ्यों का अवलोकन कर विस्तार से जानकारी प्रदान कराने का प्रयास किया गया।