अंबिकापुर @thetarget365 इंजीनियरिंग कॉलेज अंबिकापुर में पढ़ने वाली एक छात्रा ने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा के उठाए गए इस कदम से उसकी सहेलियां हतप्रभ हैं। घटना की सूचना पर गांधीनगर थाना पुलिस जांच में लगी है। मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है। पुलिस ने मृतिका का मोबाइल फोन जब्त किया है। शव को पंचनामा, पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया गया है।
जानकारी अनुसार छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला अंतर्गत सकरी निवासी अंकिता राज जोशी पिता राजकुमार जोशी 26 वर्ष, इंजीनियरिंग कॉलेज डिगमा अंबिकापुर में बीटेक में तृतीय वर्ष की छात्रा थी। छात्रा अटल चौक डिगमा में ही किराए के मकान में रहती थी। अगल-बगल में इंजीनियरिंग कॉलेज की जूनियर छात्राएं भी रहती हैं, जो कॉलेज से आने के बाद एक-दूसरे के यहां आना-जाना करती थीं।
बताया जा रहा है कि 19 सितम्बर को अंकिता राज जोशी अपने मोबाइल फोन से बगल में रहने वाली सहेली के मोबाइल में अपने पिता का मोबाइल नंबर भेजी थी और बोलचाल के लहजे में लिखकर यह बताने का प्रयास की थी कि यह नंबर उसके पापा का है। सहेली कुछ समझ नहीं पाई और उस वक्त भेजे गए नंबर को नजरअंदाज कर दी थी। इन सबके बीच अंकिता बगल में रहने वाली सहेली के यहां से ही खुदकुशी करने के पूर्व लगभग 3-4 बजे कुर्सी मांगकर लाई थी। बगल में रहने वाली जूनियर छात्राओं ने किसी प्रकार का रोकटोक नहीं किया और कुर्सी ले जाने दीं। वे नहीं समझ पाईं थीं कि किस उद्देश्य से कुर्सी लेकर गई है।
इधर रोजाना की भांति जूनियर छात्राएं कॉलेज चले गई थीं। कॉलेज से आने के बाद रोजमर्रा की भांति सहेलियां अंकिता के घर की ओर गई और दीदी-दीदी आवाज लगाने लगीं, लेकिन किसी प्रकार की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। छात्राएं जब दरवाजे को धक्का दीं, तो वह अंदर से बंद नहीं रहने के कारण खुल गया। इसके बाद कमरे के अंदर का नजारा देखकर उनकी चीख निकल गई। अंकिता पंखा के सहारे फांसी पर झूल रही थी। बिस्तर में कुर्सी पड़ा था, जिसके सहारे वह पंखे तक पहुंची थी और फांसी पर लटककर जान दे दी थी। इसकी जानकारी छात्राएं आसपास के लोगों को दी थी। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची और मौका पंचनामा कर शव को फांसी से नीचे उतरवाया।