कुसमी @thetarget365 बलरामपुर जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में कुसमी पुलिस ने एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह मामला वर्ष 2023 में थाना कुसमी क्षेत्र के कतारी कोना जंगल का है, जहां एक युवती की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी। पुलिस ने जांच के बाद हत्या के आरोपी को पकड़ लिया, जिसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
गुमशुदा से हत्या तक पूरी घटना का खुलासा
मामला 6 नवंबर 2023 का है, जब चैनपुर निवासी दिव्या उर्फ तोली (18 वर्ष) घर से उमको मेला देखने गई थी। जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटी, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। लेकिन रिश्तेदारों और मेला स्थल में खोजबीन के बावजूद उसका कोई पता नहीं चला।
परिजनों की रिपोर्ट पर थाना कुसमी में गुम इंसान क्रमांक 14/2023 दर्ज किया गया और पुलिस ने जांच शुरू की। 13 नवंबर 2023 को कतारी कोना जंगल में एक नाले के पास दिव्या का शव छत-विछत हालत में मिला। शव मिलने के बाद पुलिस ने मर्ग पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया, जिसमें डॉक्टरों ने उसकी मौत को हत्या करार दिया। इसके बाद थाना कुसमी में अपराध क्रमांक 117/2023 धारा 302 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने हत्यारे की तलाश तेज कर दी।
जांच में आया नया मोड़, आरोपी ने किया कबूलनामा
बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के निर्देश पर थाना प्रभारी निरीक्षक ललित कुमार यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने इस मामले की नए सिरे से जांच शुरू की। सघन विवेचना के दौरान पुलिस ने संदेही रविशंकर उर्फ भगत पैकरा (34 वर्ष), निवासी चैनपुर को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की।
पूछताछ में रविशंकर ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसका दिव्या के साथ पिछले कई वर्षों से अवैध संबंध था। घटना के दिन दिव्या जब मेला देखकर लौट रही थी, तब रविशंकर ने उसे अपने ऑटो में बैठाया और कतारी कोना जंगल के नाले के पास ले गया। वहां उसने दिव्या के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
जब दिव्या ने विरोध किया और लोक-लाज के डर से किसी को बताने की बात कही, तो आरोपी ने वहीं पास में पड़े पत्थर से दिव्या के सिर पर कई वार किए और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया।
हत्या में प्रयुक्त वाहन जब्त, आरोपी जेल भेजा गया
गवाहों के बयान और आरोपी की स्वीकारोक्ति के आधार पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ऑटो वाहन को जब्त किया और आरोपी रविशंकर उर्फ भगत को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया। इस संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक ललित कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम के कई अधिकारी एवं जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें शामिल थे प्रधान आरक्षक – प्रांजुल कश्यप (595), प्रताप टोप्पो (666), सुकेश एक्का (320), आरक्षक – धीरेन्द्र चंदेल (598), कामेश्वर पैकरा (430), मनोज लकड़ा (428), मनोज कुजूर (698), अनिल पैकरा (1203), रूपेश मिंज (663) का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस घटना का सफल खुलासा बलरामपुर पुलिस की सतर्कता और गहन जांच का नतीजा है। पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर ने इस सफलता पर टीम को बधाई देते हुए कहा कि अपराधियों के खिलाफ इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और न्याय दिलाने के लिए पुलिस हरसंभव प्रयास करती रहेगी।