★ 24 घंटे के अंतराल में दो ग्रामों में भालुओं में किया हमला
उदयपुर (सरगुजा)। उदयपुर वनपरिक्षेत्र में अलग-अलग गांव में तेंदूपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों पर भालू ने हमला कर दिया। घायलों को इलाज के लिए अंबिकापुर अस्पताल दाखिल कराया गया है। जहाँ एक की हालत अत्यधिक खराब होने की वजह से उसे रायपुर रिफर किया गया है।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को शाम 6 बजे करीब ग्राम झिरमिटी के अजय ठाकुर के परिवार के लोग तेंदूपत्ता तोड़ कर इकट्ठा कर रहे थे और अजय ठाकुर तेंदूपत्ता को बांधने के लिए बरगद की रस्सी निकाल रहा था। इसी दौरान भालू ने उस पर हमला कर दिया। जिससे उसके हाथ, पैर, सिर व कमर को बुरी तरह से नोच डाला, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल सीएचसी उदयपुर लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय अंबिकापुर रेफर किया गया, वहां भी स्थिति ठीक नहीं होने और कमर में गंभीर चोट होने की वजह से रायपुर रिफर किया जा रहा है। वहीं दूसरी घटना में गुरुवार की सुबह फुलमेत पति रति राम 40 वर्ष निवासी ग्राम तुरियाबिरा थाना लुण्ड्रा, वर्तमान पता बासेन थाना उदयपुर में रहने वाली महिला तेंदूपत्ता तोड़ने सुबह 5.30 बजे पेंड्रामार जंगल में अन्य लोगों के साथ गई थी। तभी भालू ने महिला पर हमला कर दिया। अचानक से हुए इस हमले से महिला अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ी। भालू ने उसके हाथ, पैर, गर्दन व अन्य जगहों पर नाखून से बुरी तरह से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। भालू के हमले के दौरान महिला चित अवस्था में पलटी तब भालू उसे मरा हुआ समझकर छोड़कर चला गया। महिला ने अपने पास रखे मोबाइल फोन से गांव के ही मंगलसाय को फोन कर घटना की सूचना दी। गांव के लोग मौके पर पहुंचे और निजी कंपनी के एंबुलेंस से सीधे जिला चिकित्सालय अंबिकापुर ले जाया गया जहां उसका उपचार जारी है।
लगातार भालुओं के हो रहे हमले के बारे में पूछे जाने पर उदयपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी कमलेश राय ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए निकल रहे ग्रामीण महिला-पुरुष भालू के हमले का शिकार हुए हैं। वन अमला द्वारा घायलों के उपचार का समुचित इंतजाम किया जा रहा है। तेंदुपत्ता संग्राहको सहित आम ग्रामीणों को सलाह दी जा रही है। मुनादी कराई जा रही है कि शाम के वक्त जंगल की ओर अकेले न जाए। तेंदूपत्ता तोड़ने सुबह उजाला हो जाने पर ही जाए ताकि वन्य प्राणी अपने-अपने जगह पर चले जाएं ।
ग्रामीण क्षेत्र के लिए हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता की खरीदी 9 मई से शुरू होनी है। जिसके लिए वन अमला द्वारा पूरी तैयारी की गई है। परंतु तेंदूपत्ता की खरीदी से पूर्व पत्तियों की तुड़ाई के दौरान भालुओं के बढ़ते हमले से तेंदूपत्ता संग्राहको में भय एवं दहशत का माहौल है।