कोरिया @thetarget365 जिला कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने बुधवार को विभिन्न संस्थाओं, कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण के दौरान कार्यों में लापरवाही बरतने वाले 16 कर्मियों को शोकॉज नोटिस जारी कर बड़ी कार्यवाही की है।
बता दें कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी ने शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं को पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ मिले व संचालित योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो इसके लिए आज मैदानी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के प्राथमिक शाला महौरा के सहायक शिक्षक प्रफुल्ल तिग्गा, सहायक शिक्षक सरस सोनी, सहायक शिक्षिका रत्ना वर्मा, प्रधानपाठक बेबी सोनवानी, प्राथमिक शाला पटना के प्रधानपाठक पुष्पा जायसवाल, प्रधानपाठक गीता मंडल को स्कूल की शौचालय व परिसर की साफ-सफाई नहीं होने, कार्यालयीन स्टॉफ स्कूल में अनुपस्थित पाए गए, बच्चों को प्रदाय की जाने वाली पुस्तके खुले में रखी थी जिस पर पानी टपक रहा था। बच्चे बाहर खेल रहे थे तथा पूछने पर बताया कि शिक्षक देरी से आते हैं साथ ही मध्यान्ह भोजन की कोई तैयारी नही थी। इस वजह से इन कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है।
वही आश्रम शाला खाड़ा के अधीक्षक सरोज टोप्पो को आश्रम शाला के बच्चों को गुणवत्तायुक्त भोजन, नास्ता व मेनू कार्ड के अनुरूप नहीं देने पर शोकाज नोटिस जारी किया गया। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेंगनी के आरएमए वीरेंद्र पाल, अरुण पासवान, चिकित्सा अधिकारी श्रुति विश्वकर्मा को स्वास्थ्य केंद्र में दवाई होने के बावजूद मरीजों को बाजार से दवाई खरीदने के लिए पर्ची देना, कार्यालयीन समय पर अनुपस्थित होना तथा रोस्टर रजिस्टर का उचित संधारण नहीं करना, ओआरएस, जिंक काउंटर में नहीं होना पाया गया व बायोमेडिकल कचरे का उचित निष्पादन नहीं करने की वजह से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी ने आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करते समय कार्यों में लापरवाही व उदासीनता बरतने पर छः आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आँगनबाड़ी केंद्र, महोरा मे कार्यरत आँगनबाड़ी कार्यकर्ता शालू खान, जमगहना आँगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता रीता सिंह, जोड़ा तालाब की कार्यकर्ता सोनामनी, बाजारपारा पटना की आँगनबाड़ी कार्यकर्ता गायत्री सोनी व महोरा आँगनबाड़ी सुपरवाइजर मंजू कुशवाहा व सेक्टर सुपरवाइजर विमला भगत को आँगनबाड़ी बंद पाए जाने, मेनू चार्ट के मुताबिक पोषण आहार नहीं देने, पोषण ट्रेकर ऐप मे कोई प्रविष्टि दर्ज नहीं करने, समय पर आँगनवाड़ी केंद्र नहीं पहुंचने व केंद्र को साफ -सफाई नहीं रखने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इन कर्मियों को छग सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के प्रावधानों के प्रतिकूल होकर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आने पर कारण बताओ नोटिस का जवाब तीन दिवस के भीतर देना होगा।