★ सोशल मीडिया के माध्यम से प्रार्थिया एवं परिजनों को भेजता था अश्लील विडियो
अंबिकापुर। बिहार के पेशेवर वकील को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी वकील पीड़िता को अलग-अलग जगहों पर ले जाकर बार-बार दुष्कर्म करता रहा और इस यादगार पल का अश्लील वीडियो भी बनाता रहा। बाद में इस अश्लील वीडियो को पीड़िता और उसके परिजनों को भेजता था। पीड़िता पूर्व में ही शादीशुदा थी।
मिली जानकारी के अनुसार 30 मार्च को प्रार्थिया अर्थात पीड़िता द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया गया है, कि उसकी बहन वर्ष 2022 में बिहार के किसी लड़के साथ भाग गई थी। उसी दौरान लड़के के पेशेवर वकील रितिक रोशन, समस्तीपुर बिहार निवासी के साथ पीड़िता का परिचय हुआ था। वकील से उसके बाद से लगातार बीच-बीच में बातचीत होने लगा। आरोपी वकील जानता था कि पीड़िता शादीशुदा और एक बच्चे की मां है, फिर भी पीड़िता से प्यार और शादी करने का झांसा देकर सीतापुर स्थित लॉज में बुलाया और लगातार कई दिनों तक दुष्कर्म करता रहा। इसके बाद भी लगातार पीड़िता को बहलाफुसलाकर आरोपी वकील द्वारा सीतापुर स्थित उसकी बहन के रूम में, जनवरी 2023 में, समस्तीपुर बिहार के डेरा में कुछ दिनों तक, फिर अंबिकापुर स्थित लॉज में 10 जनवरी 2024 से रूककर पीड़िता के साथ दुष्कर्म को किया। पीड़िता ने बताया कि इस दौरान यादगार के रूप में कहकर आरोपी द्वारा हर बार अश्लील विडियो बनाया गया। बाद में अश्लील विडियो को पीड़िता और उसके परिजनों को सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल किया गया है। मामले में पुलिस ने धारा 376(2)(ढ), 509(ख) भादसं एवं आईटी एक्ट की धारा 67, 67(क) अपराध पंजीबद्व कर विवेचना शुरू किया।
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक पुलिस टीम तैयार किया गया। मुखबीरी/तकनीकी माध्यम से आरोपी रितिक रोशन 45 वर्ष, निवासी खेतापुर, थाना सरायरंजन जिला समस्तीपुर बिहार को समस्तीपुर स्थित किराये के मकान से घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपी वकील को न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल भेज दिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी में थाना सीतपुर से आरक्षक पंकज देवांगन, आरक्षक संजय एक्का इत्यादि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
सरगुजा पुलिस द्वारा ‘‘ऑपरेशन विश्वास’’ के तहत् प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी की कार्यवाही लगातार व तेजी से की जा रही है। इसी क्रम में थाना सीतापुर पुलिस द्वारा दुष्कर्म के मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। जिसके विरूद्व वैधानिक कार्यवाही कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल किया गया है।