रायपुर @thetarget365 : छत्तीसगढ़ भाजपा ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक और पूर्व संसदीय सचिव सिद्धनाथ पैकरा को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने यह कदम जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने को लेकर उठाया है।
सिद्धनाथ पैकरा बलरामपुर जिले से आते हैं और दो बार सामरी विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने रमन सरकार में संसदीय सचिव के रूप में भी कार्य किया था। उनकी पत्नी उद्धेश्वरी पैकरा वर्तमान में सामरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं।
पार्टी के फैसले के खिलाफ उठाया कदम
हाल ही में संपन्न जिला पंचायत चुनाव में पार्टी की अनिच्छा के बावजूद सिद्धनाथ पैकरा ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव लड़ा, जबकि भाजपा ने पहले से ही अपने अधिकृत प्रत्याशी को मैदान में उतारा था। पार्टी विरोधी गतिविधियों को देखते हुए भाजपा ने उन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया।
नेताम पर लगाए थे आरोप
जिला पंचायत चुनाव में हार के बाद सिद्धनाथ पैकरा ने कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम पर सहयोग न करने का आरोप भी लगाया था। सिद्धनाथ पैकरा के चुनाव लड़ने के बावजूद भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी बलरामपुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज करने में सफल रहा।
भाजपा के इस फैसले के बाद क्षेत्र की राजनीति में हलचल मची हुई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पैकरा आगे की राजनीति किस दिशा में ले जाते हैं।