★ राष्ट्रीय अखण्डता नष्ट करने वालों के विरूद्ध राज्य सुरक्षा कानून व आईटी एक्ट का अपराध दर्ज करने की मांग
अंबिकापुर @thetarget365 राष्ट्रीय किश्चियन मोर्चा एवं भारत मुक्ति मोर्चा, छत्तीसगढ़ द्वारा गंगापुर में स्थित रजवार समाज के भवन में किए गए आयोजन के दौरान धर्म विशेष के विरूद्ध भाषण देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। समाज में सौहार्द्रपूर्ण संबंधों में कटुता लाने किए गए प्रयास को ब्राह्मण समाज ने राष्ट्रीय अखण्डता पर खतरा बताया है। समाज के प्रमुखों ने शुक्रवार को संबंधितों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध करने की मांग को लेकर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री, गृहमंत्री सहित जिले के कलेक्टर व पुलिस अधिकारियों के नाम ज्ञापन पत्र सौंपा है।
ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष कौशलेन्द्र पाण्डेय की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि गंगापुर में स्थित रजवार समाज के सामाजिक भवन को जशपुर निवासी रूपकुमार ने समाज व लोकहित के लिए 06 नवम्बर को आयोजित राष्ट्रीय किश्चियन मोर्चा के प्रदेश अधिवेशन के लिए मांगा था, जिस पर रजवार समाज ने अपनी सहमति दी। यहां राष्ट्रीय किश्चियन मोर्चा एवं भारत मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष विलास खरात, वामन मेश्राम, सुनील डोंगरदिपे, अरविन्द कच्छप, रंजीत बड़ा, ब्लायुसिस तिग्गा, रूपकुमार के अलावा आसपास के ग्रामीण व रजवार समाज के लोग भी जिज्ञासावश उपस्थित थे।
रूपकुमार ने भाषण प्रारंभ करते समय ही अत्यधिक आक्रामक होकर धर्म विशेष को लेकर अभद्र टिप्पणी प्रारंभ कर दी और लक्ष्य बनाकर सार्वजनिक रूप से भाषण देते हुए ब्राम्हणों को निशाने पर लिया। संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों को छीनने की बात कहकर लोगों में भारत सरकार के विरूद्ध भय और आक्रोश पैदा करने जैसी टिप्पणी की गई। इसके लिए अनावेदक तथा मंच में बैठे सभी पदाधिकारी उत्तरदायी हैं, जिसके माध्यम से आक्रोश भड़काने वाला भाषण दिलाया गया।
ब्राम्हण समाज के द्वारा दण्डनीय अपराध के लिए वक्तव्य देने वाले के साथ ही मंच पर बैठे सभी पदाधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। बताया गया है कि भडकाऊ भाषण को आसपास के लोगों ने सुना तो अन्य समाज के लोग उपस्थित होने लगे। विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता पैदा करने वाले उत्तेजित भाषण का विरोध जताने व समाज के भवन का उपयोग नहीं करने देने की बात पर रूपकुमार और मंच में बैठे सभी पदाधिकारियों ने सभा में उपस्थित समुदाय के लोगों को उत्प्रेरित कर रजवार समाज के लोगों पर हमला कर गालीगलौज किया।
रजवार समाज के लोग हिंसक गतिविधि से स्वयं को बचाते हुए गांधीनगर थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराए, जिस पर गांधीनगर थाने में बिलास खरात, सुनील डोंगरदिपे, अरविन्द कच्छप, रंजीत बडा, ब्लायुसिस तिग्गा व अन्य के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया है। ब्राम्हण समाज ने कहा है कि इनके द्वारा विभिन्न समूहों के मध्य शत्रुता उत्पन्न करने एवं राष्ट्रीय अखण्डता के प्रतिकूल कार्य किया गया है, जो बीएनएस की धाराओं और राज्य सुरक्षा कानून के साथ ही आईटी एक्ट की धाराओं के तहत दंडनीय अपराध है, जिस पर अपराध पंजीबद्ध किया जाना न्यायोचित होगा।
इस दौरान ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष कौशलेन्द्र पाण्डेय, वरिष्ठ भाजपा नेता व पार्षद आलोक दुबे, द्वितेन्द्र मिश्रा, विकास पाण्डेय, राजेश तिवारी, विश्वजीत भारद्वाज, कृष्णा नन्द तिवारी, अमरेन्द्र पाण्डेय, पं. महेन्द्र उपाध्याय सहित अन्य उपस्थित थे।
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