★ सैलानियों ने कहा कि सरगुजा अंचल में पर्यटन की और सुविधाएं विस्तार किए जाने की जरूरत है
अंबिकापुर @thetarget365 पूरे देश के अनेक राज्यों से सरगुजा दर्शन के लिए 42 लोगों का एक दल सरगुजा भ्रमण पर है। “कारवां दोस्ती का” बैनर के साथ अलग-अलग राज्यों पंजाब, हरियाणा, कानपुर, लखनऊ, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश, बड़ोदरा गुजरात, झारखंड, जयपुर राजस्थान सहित छत्तीसगढ़ के पर्यटन प्रेमी, पर्वतारोही, ब्लॉगर, पत्रकार, सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी, बिजनेसमैन, टीवी कलाकार, लेखकों का यह जत्था सरगुजा संभाग के सभी जिलों के साथ मैनपाट, नेतरहाट, डीपाडीह, सावंत सरना, बेल्सर रामगढ़, महेशपुर, अंबिकापुर मां महामाया मंदिर, अमरकंटक अमृतधारा, कैलाश गुफा, रजपुरी फाल, बगीचा के साथ सरगुजा अंचल के लोक संस्कृति और जनजीवन को पास से देखने का प्रयास करेगी।
सरगुजा मुख्यालय अंबिकापुर के एक होटल में अंबिकापुर के स्थानीय मेज़बानों ने इनका स्वागत किया। यात्रा में नगर के पर्यटन प्रेमी संदीप गुप्ता उनके साथ रहेंगे। अंबिकापुर के होटल में स्वागत के साथ कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र तिवारी ने किया। आयोजन समिति से संदीप गुप्ता, इति चतुर्वेदी ने अतिथियों को सम्मानित किया।
मीडिया को संबोधित करते हुए आयोजन समिति के अधिवक्ता जयेश वर्मा ने कहा कि सरगुजा अंचल की समृद्ध संस्कृति, पुरातत्व, विरासत को पर्यटन के माध्यम से विश्व पटल पर स्थापित करने के उद्देश्य से हमारा यह स्वेछिक प्रयास है। हम सरगुजा में पर्यटन के विकास हेतु योगदान देते रहेंगे। लेखन, कला संस्कृति से जुड़े अंबिकापुर के सुरेंद्र तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के उत्तरी छोर पर बसे सरगुजा संभाग के 6 जिले की अपनी एक विशिष्ट पहचान है। यहां का लोक जीवन, समृद्ध आदिवासी संस्कृति, पर्यटन स्थल और नैसर्गिक परिवेश इसे छत्तीसगढ़ में अनूठा स्थान दिलाते हैं।
सरगुजा अंचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। हमारी टीम अपने काम से समय निकालकर सरगुजा अंचल के प्रति अपने दायित्व निभाते हुए सरगुजा आने वाले पर्यटकों को मार्गदर्शन एवं आवश्यक सुविधाएं दिलाने के साथ पूरे देश में फैले अलग-अलग क्षेत्र के लोगों को सरगुजा के विविधता से, इतिहास, संस्कृति, यहां के सुरम्य प्राकृतिक परिवेश से परिचित कराने के लिए अपना नि:शुल्क योगदान देते आ रही है।
अतिथियों ने कहा कि सरगुजा आकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और यहां का शांत वातावरण अच्छे लोगों से मिलकर दिल खुश हो गया। पूरे देश में भ्रमण कर वे कारवां दोस्ती का.. थीम के साथ सरगुजा भ्रमण पर हैं। यहां मां महामाया के दर्शन करने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ और इस अंचल के विविधताओं को पास से जानने समझने का अवसर मिला। इस यात्रा की जानकारी मीडिया के द्वारा पूरे देश में फैले अपने साथियों तक वे पहुंचाएंगे। सैलानियों ने कहा कि सरगुजा अंचल में पर्यटन की और सुविधाएं विस्तार किए जाने की जरूरत है। सैलानियों के स्वागत कार्यक्रम में प्रीति गुप्ता, प्रणव चक्रवर्ती, नाजिम खान, वेदांत चतुर्वेदी भी शामिल रहे।
जीडीएस मैनपाट मीट के बाद बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटक सरगुजा
ज्ञाातव्य है कि पिछले वर्ष टूरिज्म विभाग, छत्तीसगढ़ के साथ मिलकर मैनपाट में जीडीएस मीट का आयोजन किया गया था, जिसमें पूरे देश से पत्रकार, ब्लॉगर, दूरदर्शन कलाकार, प्रकृति प्रेमी, पर्वतारोही, बाइकर्स अंबिकापुर पहुंचे थे। इन्होंने मैनपाट में तीन दिन बिताए थे। यहां से जाने के बाद इन्होंने अपने तरीके से सरगुजा के पर्यटन के बारे में लेख और रिपोर्ट भी प्रकाशित की थी, जिससे सरगुजा में आने वाले सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई थी।
पिछले साल के मैनपाट के आयोजन में भी यही टीम शामिल रही। जीडीएस छत्तीसगढ़ चैप्टर के बृज बिहारी मिश्रा, अनूप नायक भिलाई, ज्ञानेंद्र पांडे रायपुर, सुरेंद्र तिवारी, जयेश वर्मा, डॉ हिमांशु गुप्ता वाइल्ड फोटोग्राफर, इति चतुर्वेदी, संदीप गुप्ता, सैयद अख्तर हुसैन, कमलेश सिंह मैनपाट, सुषमा तिवारी, मधुलिका वर्मा,नाजि़म खान, प्रणव चक्रवर्ती, बीनू माथाई, आलोक दुबे, वेदांत और साथी शामिल थे।