प्रतापपुर (सूरजपुर)। जनपद पंचायत प्रतापपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत कनकनगर को पुलिया निर्माण शुरू करने को मिले 3 लाख 60 हजार को सरपंच सचिव द्वारा गबन कर लेने के मामले को “TheTarget365” ने 28 जनवरी को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। समाचार प्रकाशन के बाद कनकनगर के सरपंच का दर्द छलक उठा जिसके बाद सरपंच ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिया निर्माण की समस्त राशि को गबन करने का आरोप सचिव पर मढ़ दिया है।
प्रेस विज्ञप्ति में सरपंच अनकुमारी पोया ने बताया है कि वे कम पढ़ी लिखी महिला हैं जिसके कारण वे जनपद पंचायत प्रतापपुर में सप्ताह के एक दिन ही जा पाती हैं। इसी बात का फायदा उठाकर ग्राम सचिव सोमारसाय तिर्की उन्हें जनपद पंचायत से ग्राम पंचायतों के लिए जारी किसी भी योजना की जानकारी नहीं देता था। इसी बीच सचिव ने सरपंच के लिए शासन से जारी डोंगल (डीएससी) जिसके माध्यम से पंचायत की राशि को अन्य खातों में स्थानांतरित किया जाता है उसे अपने पास रख लिया। इसके बाद कनकनगर के पंडोपारा में पुलिया निर्माण के लिए जिला पंचायत सदस्य मंजू मिंज ने अपने मद से 9 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की। जिसमें से पुलिया निर्माण शुरू करने के लिए पंचायत के खाते में जिला पंचायत ने पहली किश्त के रूप में तीन लाख 60 हजार भेजे। अब चुंकि राशि स्थानांतरित करने के काम में आने वाला सरपंच का डोंगल सचिव के पास था तो उसने मनमाने तरीके से सरपंच के डोंगल व स्वयं के डोंगल का इस्तेमाल कर पुलिया निर्माण से संबंधित तीन लाख 60 हजार बिना किसी बिल वाउचर के गलत तरीके से 27 अक्टूबर 2022 को अपने एक परिचित के खाते में स्थानांतरित कर गबन कर लिए। जब सरपंच को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने जनपद पंचायत प्रतापपुर के तत्कालीन सीईओ मो. निजामुद्दीन के पास 17 नवंबर 2022 को शिकायत की जिसके बाद सीईओ ने उसी दिन सचिव से डोंगल लेकर सरपंच अनकुमारी पोया को कनकनगर के ही उप सरपंच पति नंदलाल के समक्ष प्रदान किया।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि तत्कालीन सीईओ ने इस मामले की जांच भी कराई थी जिसमें सचिव सोमारसाय तिर्की द्वारा राशि गबन करने की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद सीईओ ने सचिव के ऊपर कोई भी ठोस कार्रवाई न करते हुए केवल कारण बताओ नोटिस जारी कर मामले को लीपापोती तक ही सीमित रखा। इसके बाद सरपंच ने 21 अगस्त 2023 को सचिव के खिलाफ प्रतापपुर थाने में शिकायत देकर उक्त मामले से संबंधित समस्त जानकारी देते हुए सचिव के ऊपर कार्रवाई की मांग की थी पर आज तक इस मामले में सचिव के ऊपर कोई भी कार्रवाई नहीं हो सकी है।