★ निजी चिकित्सालय मे नौकरी लगाने के नाम पर आरोपी ने 04 लाख रुपये ठगे
बतौली (thetarget365)। एक निजी चिकित्सालय में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का एक मामला बतौली थाना अंतर्गत प्रकाश में आया है। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी कर ली है। आज के दौर में भी नौकरी पाने की लालच में लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं, यह विडंबना पूर्ण स्थिति है। बतौली पुलिस ने इस मामले में सतर्कता बरतने की अपील की है।
जानकारी अनुसार प्रार्थिया अनिमा सिंह बतौली के सिलमा की निवासी है। 13 मई 2024 को थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी जानपहचान पूर्व में पलामू झारखण्ड निवासी मंटू कुमार रवि से हुई थी। मंटू कुमार रवि द्वारा अंबिकापुर के एक निजी चिकित्सालय मे नर्स की नौकरी खाली होने की बात बताकर 04 लाख रुपये सिक्योरिटी मनी जमा करने पर नौकरी लगवाने की बात बताई गई थी। उसने बताया कि बार-बार कहने पर वह झांसे में आ गई और अलग-अलग किस्तों मे लगभग 04 लाख रुपये आरोपी को नगद एवं खातों में दे दी। पैसे देने के बाद प्रार्थिया द्वारा मंटू कुमार रवि को नौकरी लगवाने की बात बोलने पर वह लगातार टालमटोल करता रहा। आखिरकार अब आरोपी ना ही पैसा वापस कर रहा था और ना ही नौकरी लगा रहा था तब मामले में शक होने लगा। प्रार्थिया ने कहा कि उसने इसी बुनियाद पर रिपोर्ट दर्ज करने का मन बनाया। रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 भादवि का अपराध कायम कर मामले को विवेचना में लिया। विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी का पता तलाश किया जा रहा था। साइबर सेल से आरोपी के सम्बन्ध मे तकनीकी जानकारी प्राप्त कर पुलिस टीम को आरोपी की गिरफ़्तारी हेतु पलामू झारखण्ड रवाना किया गया था। पुलिस टीम के सतत प्रयास से मामले के आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ने में सफलता मिली। पूछताछ में आरोपी द्वारा अपना नाम मंटू कुमार रवि 24 वर्ष निवासी बासबार थाना नावा जयपुर, जिला पलामू झारखण्ड का होना बताया। आरोपी से घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ किये जाने पर नौकरी लगाने के नाम पर 04 लाख रुपये की ठगी कारित करना स्वीकार किया गया। आरोपी के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त मोबाइल जप्त किया गया है। आरोपी के विरुद्ध अपराध किए जाने का साक्ष्य पाये जाने पर गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भी भेज दिया गया। कार्यवाही में थाना प्रभारी बतौली उप निरीक्षक सीपी तिवारी, आरक्षक अशोक यादव, अहसान फ़िरदौशी, राजेश खलखो, अशोक भगत, भगलू राम शामिल रहे।