प्रतापपुर (सूरजपुर)। स्थानीय शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल के बच्चों को वार्षिक मूल्यांकन से पूर्व स्कूल प्रबंधन द्वारा वन भ्रमण के लिए ले जाया गया।
वन भ्रमण के दौरान स्कूल के प्रधान पाठक एंजेल केरकेट्टा ने बच्चों को वनों के महत्त्व के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वन में लगे पेड़ पौधे हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। आज के समय में वनों के महत्त्व को मनुष्य की नई पीढ़ी ने लगभग दरकिनार सा कर दिया है। जबकि पुराने समय में वनों को खासा महत्व दिया जाता था।
वन भ्रमण करते हुए बच्चों ने प्रकृति के सुंदर नजारे को निहारा व परिश्रम के साथ विद्या अर्जन कर दूसरों के और अपने जीवन को खूबसूरत बनाने की प्रेरणा पाई। बच्चों को वनों में स्थित कई तरह के पेड़ पौधों व उनसे मिलने वाले लाभ के संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान स्कूल के प्रधान पाठक एंजेल केरकेट्टा ने बच्चों को वनों पर आधारित एक कविता भी सुनाई।
कितनी हसीन हैं पहाड़ों के नजारे
मत भूलो कि यह सब हैं हमारे
बड़े प्यार से जंगल हमें पुकारे
क्योंकि हम हैं उसके बच्चे प्यारे
मुरका के फूल हैं लाल-लाल
सुनहरी हैं साल पेड़ की डाल
आम की शाखाओं में आए हैं बौर
शुरू करना है हमें एक नया दौर
सियार गीदड़ भालू बंदर शेर
तोता मैना तीतर और बटेर
इंसानों ने कर दिया है इन्हें गैर
किसने सिखाया इनसे करना बैर
पहाड़ में सरसराते पेड़ों के पत्ते
पेड़ों पर लगे मधुमक्खी के छत्ते
आज के उन इंसानों से हैं डरते
जो उनकी फिक्र नहीं करते।
स्कूल के प्रधान पाठक केरकेट्टा ने एक संदेश देते हुए कहा कि स्कूली बच्चों को साल भर में कम से कम एक बार प्रकृति व पर्यावरण को समीप से जानने के लिए उन्हें वन भ्रमण पर जरुर ले जाना चाहिए। इससे आने वाली पीढ़ी के मन में वनों में मौजूद पेड़ पौधों के प्रति लगाव व उनका संरक्षण करने की भावना जागृत होगी। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देखा जाए तो बच्चों को पर्यावरण से जोड़ कर रखना अत्यंत ही आवश्यक है। उनके अंदर वैज्ञानिक दृष्टिकोण के बढ़ावा के लिए भी बहुत आवश्यक है। बच्चों ने वन भ्रमण कर खुशी जाहिर करते हुए पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी ली। बच्चों के भ्रमण के लिए अभिभावक अनुराधा सिंह ने वाहन तथा स्कूल के शिक्षक कौशल पटेल व अबियानुस टोप्पो ने भोजन की व्यवस्था की व्यवस्था की थी।