अंबिकापुर (thetarget365)। शहर के नजदीक लिब्रा वॉटरफॉल में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। बुधवार को युवक अपने दोस्तों के साथ वॉटरफॉल में नहाने गया था। नहाने के दौरान वह डूब गया। दोस्त उसे बचाने के बजाए छोड़कर भाग गए। सूचना मिलने पर पहुंची दरिमा पुलिस ने युवक को बाहर निकलवा कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा, यहां जांच के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी अनुसार, अन्नू द्विवेदी 22 वर्ष गांधीनगर थाना क्षेत्र अंबिकापुर का रहने वाला था। वह बुधवार की दोपहर अपने कुछ दोस्तों के साथ मिनी गोवा कहे जाने वाले लिब्रा वॉटरफॉल गया था। भीषण गर्मी में वॉटरफॉल के पानी का आनंद लेते हुए सभी नहा रहे थे। नहाने के दौरान अन्नू वॉटरफॉल में डूब गया। दोस्तों ने उसे डूबते देखा और वहां से भाग गए। दरिमा पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से अन्नू द्विवेदी को बाहर निकाला। बताया जा रहा है युवक शराब पिया था।
बता दें लिब्रा वॉटरफॉल में डूबने से मौत की दो वर्षों में यह दूसरी घटना है। गत वर्ष एक युवती की मौत के बाद वहां जाने पर ग्रामीणों ने प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद से काफी समय तक लोगों का वहां आना-जाना बंद था, इस वर्ष फिर से भारी संख्या में युवक-युवतियों का वहां पहुंचना शुरू हो गया है।
कांग्रेस ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
लिबरा वाटर फाल मेें बुधवार को फिर एक युवा की मौत पर कांग्रेस ने गहरा दु:ख जताया है। कांग्रेस ने इसके लिए सीधे तौर पर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए भविष्य के लिए सुरक्षा के कड़े बन्दोबस्त करने की मांग की है। जिला पंचायत सदस्य एवं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि एक वर्ष पूर्व भी लिबरा झरना में एक युवती की मौत गहरे पानी में डूब जाने से हुई थी, तब जिला पंचायत की बैठक में यह विषय प्रमुखता से उठाया गया था। झरना में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, यहां सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। पूर्व में झरना स्थल की व्यवस्था ग्राम पंचायत या किसी अन्य सरकारी एजेंसी के जिम्मे देने की बात हुई थी, जो कि पर्यटन स्थल के विकास और सुरक्षा की व्यवस्था करती। प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। पंचायत प्रतिनिधियों के बार-बार ध्यान आकृष्ट कराने के बाद भी कोई पहल नहीं होने से वहां अव्यवस्था निर्मित हो गई। उन्होंने कहा है कि प्रशासनिक चूक के चलते शहर के युवा की जलसमाधि हो जाना बेहद दु:खद और चिन्ताजनक है। कांग्रेस पार्टी और क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने इस घटना से सबक लेकर झरना स्थल पर सुरक्षा के इंतजाम करने तक वहां पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की है।