अंबिकापुर (thetarget365)। छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से प्रख्यात सरगुजा जिले का मैनपाट बारिश के बाद बेहद मनमोहक व सुंदर प्रतीत हो रहा है। यहां का मौसम सुहाना हो गया है, प्राकृतिक सुंदरता देखते बन रही है। बारिश के मौसम में मैनपाट की पहाड़ियों को देखे तो ऐसा लगता है जैसे बादल जमीन पर आ गए हैं। चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छाई हुई है।
View this post on Instagram
मैनपाट के सुहाने मौसम का लुत्फ उठाने के लिए अब पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की संख्या दिनों दिन मैनपाट में बढ़ती ही जा रही है। यही कारण है कि बारिश व ठंड के मौसम में सरगुजा जिले के इस पहाड़ी क्षेत्र को छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है।
मैनपाट में तेज हवाएं दिला रहीं ठिठुरन का अहसास
दरअसल मैनपाट में गर्मी के बाद आषाढ़ के महीने से ही बादलों के अहमद रफत से मौसम में तब्दीली आ गई है। आप दिन या रात के समय कभी भी जाए तो यहां पर आप बदल को छू सकते हैं क्योंकि पहाड़ों की चोटी से बादल सट कर अठखेलियाँ करते हुए निकलते हैं। बारिश के साथ ही ठंडी हवा काफी तेज गति से चलती है। यहां के लोग अभी से ही गर्म कपड़ों को उपयोग में लाना शुरू कर दिए हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मैनपाट की सड़कें बादलों के कारण बारिश के मौसम में हमेशा गीली रहती हैं। इस वजह से यहां आने वाले पर्यटकों को फिसलने से बचने के लिए हिदायत दी जाती है।
मैनपाट भारत के उन पठारों में शामिल है जिनकी ऊंचाई और चौड़ाई काफी ज्यादा है। इसकी चौड़ाई का अंदाजा आप इसी से लगाया सकते हैं मैनपाट में छोटे-बड़े लगभग 70 से ज्यादा गांव आते हैं। इसके बाद इन गांव से लगे जंगल भी है जिनकी सीमाएं एक ओर जशपुर तो दूसरी ओर रायगढ़ जिले को छूती हैं। यहां से कई छोटी नदियां निकली है जो मैदान में जाकर बड़ा रूप धारण कर लेती है। ऐसे में मैनपाट की पहाड़ियों में अचानक बारिश होने के कारण यहां की नदियां उफ़ान में आ जाती है। इसलिए पर्यटकों को बारिश के मौसम में नदियों से दूरी बनाकर रहने की चेतावनी दी जाती है।