★ आदिवासी बहुल सरगुजा जिले में बच्चों को नीट परीक्षा की तैयारी में मदद करने प्रशासन कर रहा समन्वित प्रयास, बच्चों के सिलेक्शन से होगी हमारी मेहनत सफल- कलेक्टर
★ अगले सत्र से सालभर शनिवार और रविवार को नीट की विशेष क्लासेस चलाने कलेक्टर ने दिए निर्देश
★ 10वीं और 12वीं में जाने वाले बच्चों के लिए उत्कर्ष क्लासेस 1 अप्रैल से होगी शुरू, अग्रिम तैयारी के जरिए बोर्ड में बेहतर रिजल्ट का प्रयास
अंबिकापुर। कलेक्टर विलास भोसकर के नेतृत्व में अभिनव पहल स्वरूप जिले में नीट की तैयारी की निःशुल्क आवासीय कोचिंग की शुरुआत 28 मार्च से हो रही है। इसके साथ ही 1 अप्रैल से जिले के सातों विकासखंड से चयनित कुल 35 स्कूलों में उत्कृष्ट क्लासेस शुरू होंगी।
जिले के कक्षा 12वीं में पढ़ने वाले और नीट परीक्षा में सम्मिलित हो रहे छात्र-छात्राओं की परीक्षा की तैयारी में मदद करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा निःशुल्क नीट कोचिंग की यह पहल की गई है। नीट निःशुल्क आवासीय कोचिंग हेतु अब तक 100 बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया गया।
नीट कोचिंग एवं उत्कर्ष क्लासेस के सफल संचालन के लिए बुधवार को कलेक्टर ने मल्टीपरपज स्कूल सभाकक्ष में आयोजित बैठक में शिक्षकों का हौसला बढ़ाया। कलेक्टर भोसकर ने इस अवसर पर कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि आदिवासी बहुल सरगुजा जिले के बच्चों को नीट जैसी परीक्षा की तैयारी करने में किसी तरह की दिक्कत का सामना ना करना पड़े, विशेष करके निर्धन, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को पढ़ाई में अतिरिक्त मदद मिल सके। इसके लिए ही प्रशासन द्वारा निःशुल्क आवासीय कोचिंग की सुविधा शुरू की जा रही है। अब तक सौ बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, यदि कुछ बच्चे भी चयनित होते हैं, तो हमारी मेहनत सफल होगी।
इसी तरह ग्रीष्मकालीन अवकाश में उत्कर्ष क्लासेस शुरू की जा रही है। जिले में 35 स्कूल चयनित किए गए हैं जहां इस सत्र में 10वीं और 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों के लिए गणित, विज्ञान, जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी और अंग्रेजी का अध्यापन किया जायेगा जिससे वे अगली कक्षा के लिए अग्रिम रूप से तैयार रहें। बच्चों की मदद करने के लिए अपना सहयोग करें। आपका बहुमूल्य समय बच्चों की जिंदगी संवार सकता है। उन्होंने कहा कि एक कलेक्टर होने के नाते आज प्रोफेशनल लाइफ में जहां हैं, उसके लिए आप ही की तरह एक शिक्षक ने सपोर्ट किया है, तब इस पद पर पहुंचे हैं। एक बच्चे को हम बाहरी रूप से संवार सकते हैं पर शिक्षक ही बच्चों को अंदर से संवारते हैं। एक शिक्षक में इतनी ताकत होती है कि वे बच्चे के भविष्य को बना सकते हैं। उन्होंने शिक्षकों से स्वेच्छा से काम में योगदान देने कहा। आप सभी से अपील है कि अपना समय और ज्ञान बच्चों को दीजिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की यही कार्ययोजना है कि जल्द पढ़ाई शुरू करने से सिलेबस पूरा करने में आसानी होगी और बच्चों को रिवीजन का मौका मिलेगा। सरगुजा के बच्चों के लिए समन्वित प्रयास करेंगे। इसके जरिए जिले में हमारा प्रयास रिजल्ट बेहतर करने का होगा।
अगले सत्र से सालभर शनिवार और रविवार को नीट की विशेष क्लासेस चलाने कलेक्टर ने दिए निर्देश
निःशुल्क नीट आवासीय कोचिंग हेतु प्रत्येक विषय के 2-2 व्याख्याताओं को चयनित किया गया है। इसके साथ ही उत्कर्ष क्लासेस हेतु चयनित 35 स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाएं भी मौजूद रहे। इस बैठक के दौरान शिक्षकों से भी सुझाव लिए गए। शिक्षकों के सुझाव पर कलेक्टर ने निर्देश दिए कि अगले सत्र में पूरे साल भर शनिवार और रविवार को नीट की विशेष क्लासेस चलाई जाएं जिससे बच्चों को सालभर में इसका फायदा मिल सके।