बतौली (सरगुजा)। अंबिकापुर-बतौली नेशनल हाइवे 43 में बाइक व स्कूटी के जबरजस्त भिड़ंत में बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई वहीं चार अन्य घायल हो गए। घायलों में एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। सड़क हादसे में घायलों को एक घंटे बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में उपचार मिल सका। गंभीर रूप से घायल सवार को अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है। घटना के बाद मौके पर एक घंटे तक एनएच जाम रहा।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को सुबह नेशनल हाइवे में बतौली पुल के पास बाइक के उछलकर अनियंत्रित होने के कारण घटना हुई। डिलक्स बाइक सवार जशपुर जिले के पंडरापाट थाना अंतर्गत गेरसा निवासी देवधारी नगेसिया 25 वर्ष अपने साले प्रभु 18 वर्ष एवं सुरजो बाई 40 वर्ष को लेकर सुबह दशगात्र कार्यक्रम से वापस घर लौट रहे थे। बतौली पहुंचने से पहले पुल में तेज रफ्तार बाइक उछलकर सामने से जा रही हीरो स्कूटी सवारों से टकरा गई। टक्कर से स्कूटी सवार मनोज गुप्त 50 वर्ष और मनोज गुप्ता पिता स्व. पारस नाथ गुप्ता 48 वर्ष गिर गए। हादसे में बाइक के तीनों सवार सड़क पर उछलकर जा गिरे। हादसे में सिर में गंभीर चोट के कारण देवधारी की मौके पर मौत हो गई। वहीं प्रभु के सिर में भी गंभीर चोट आईं। सुराजो, मनोज गुप्त और मनोज गुप्ता के हाथ पैर में चोटें आई हैं।
मौके पर पहुंचे एसडीएम रवि राही ने घायलों को भेजा अस्पताल
दुर्घटना के करीब 15 मिनट बाद सीतापुर से अंबिकापुर जा रहे सीतापुर एसडीएम रवि राही मौके पर पहुंचे। उन्होंने एंबुलेंस के लिए बीएमओ को फोन किया, परंतु एम्बुलेंस के ड्राइवर उपलब्ध नहीं होने के कारण एसडीएम ने अपने बोलेरो के चालक को घायलों को अस्पताल पहुंचाने कहा। मौके पर डायल 112 की वाहन पहुंच गई तो उसमें घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली तक पहुंचाया गया।
एनएच हुआ जाम, वाहनों की लगी कतार
साढ़े दस बजे दुर्घटना हुई और घायलों को अस्पताल ले जाते साढ़े ग्यारह बजे गए। मौके पर दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। नेशनल हाइवे 43 में सघन आवागमन होने के कारण एक घंटे में ही सैकड़ों वाहनो की कतार लग गई। घायलों व युवक को शव को हटाने के बाद मार्ग में आवागमन शुरू हो सका।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली की व्यवस्थाएं हुईं भगवान भरोसे
दुर्घटना में चार घायल एक साथ पहुंचे तो उनका उपचार शुरू करने में एक घंटे से ज्यादा का समय लग गया। गंभीर रूप से घायल प्रभु को वार्ड के एक बेड में लिटा कर भगवान भरोसे छोड़ दिया गया था। यहां बताया गया कि उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है, अब वहीं उसका उपचार होगा। चिकित्सकों के उपलब्ध नहीं होने के कारण 30 बिस्तरीय अस्पताल रेफरल सेंटर के रूप में काम कर रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में एक शव वाहन, एक महतारी एक्सप्रेस, एक एम्बुलेंस है। बतौली को प्रदाय की गई 108 एंबुलेंस और एक अन्य एंबुलेंस कंडम अवस्था में अस्पताल परिसर में खड़ी है। एक एंबुलेंस से बीएमओ दौरे पर थे। परिसर में हाट बाजार एंबुलेंस और महतारी एक्सप्रेस खड़ी थी परंतु ड्राइवर नहीं होने से घायलों को लेने तीन किलोमीटर तक नहीं जा सकी।