प्रतापपुर (thetarget365)। सोमवार को विद्युत संबंधी समस्याओं को लेकर पूर्व मंत्री डा. प्रेम साय सिंह टेकाम के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव कर भाजपा सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
पूर्व मंत्री डा. टेकाम के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतापपुर स्थित पार्टी कार्यालय से पैदल मार्च कर प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए केनापारा में स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे।
कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के भीतर प्रवेश करने की कोशिश की पर वहां पहले से ही कार्यालय के प्रवेश द्वार पर दलबल के साथ मौजूद प्रतापपुर थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे व चंदौरा थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिदार ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोक दिया। मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार मुकेश दास को अघोषित बिजली कटौती व बिजली संबंधी अन्य समस्याओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तभी से क्षेत्र के किसान, व्यापारी व आम जनता अघोषित बिजली कटौती व बढ़ते बिजली बिल के कारण परेशान हैं। प्रतापपुर क्षेत्र के अधिकांश लोगों के जीविकोपार्जन का एक मात्र सहारा कृषि है। इस क्षेत्र में सबसे अधिक जनसंख्या अनुसूचित जाति के लोगों की है। जो अपने कृषि कार्य व घरेलू ऊर्जा के लिए बिजली सप्लाई पर निर्भर हैं। पर लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती के कारण अनुसूचित जाति के लोगों को अपने खेतों की सिंचाई करने प्रयाप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। ज्ञापन में कहा गया है कि पूर्व में बिजली बिल हाफ योजना के तहत आम लोगों के आने वाले बिजली बिल की आधी राशि का भुगतान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किया जाता था। पर भाजपा की सरकार बनते ही बिजली बिल हाफ योजना को बंद कर बिजली की दर में बेतहाशा वृद्धि कर दी गई है। जिसके कारण क्षेत्र के आम लोगों पर अनावश्यक रूप से आर्थिक बोझ पड़ रहा है। जबकि छत्तीसगढ़ बिजलीकरण आपूर्ति सरप्लस प्रदेश है। इसके बावजूद भाजपा सरकार जानबूझकर अत्यधिक बिजली बिल की वसूली करने की नीति निर्धारित कर आम लोगों का अहित करने पर तुली हुई है। जो किसी भी तरह से उचित नहीं है। इसलिए आमलोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाली इस तरह की नीति पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रतापपुर में रोजाना तीन से चार घंटे अघोषित रूप से बिजली काटी जा रही है। वहीं प्रतापपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में तो बिजली व्यवस्था का और भी ज्यादा बुरा हाल है। वहां तो बिना किसी कारण के ही प्रतिदिन पांच से छह घंटे तक बिजली सप्लाई काट दी जा रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में आप्टिकल वायर से बिजली सप्लाई की जाती है जिसमें तकनीकी खराबी आने की बहुत कम संभावना रहती है। इसके बावजूद बारिश के इस मौसम में जानबूझकर ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली काटी जा रही है।
ज्ञापन में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से अघोषित बिजली कटौती व बेतहाशा बढ़ते बिजली बिल पर तत्काल रोक लगाने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी को निर्देशित करने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कुमार सिंह देव, जिला पंचायत सदस्य मंजू मिंज, जनपद पंचायत अध्यक्ष जगत लाल आयम, नगर पंचायत प्रतापपुर अध्यक्ष कंचन सोनी, जरही नगर पंचायत अध्यक्ष बीजू दासन, बनवारी लाल गुप्ता, मुकेश गर्ग, इम्तियाज जफर, जितेन्द्र दुबे, खोरमा सरपंच जालिम साय, प्रियंकल तिवारी, फकरुद्दीन अंसारी, मयंक जायसवाल व अन्य शामिल रहे।