अंबिकापुर @thetarget365 प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के चलते जहां आचार संहिता लागू है, वहीं सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर की भाजपा नेताओं के साथ सार्वजनिक कार्यक्रम में उपस्थिति विवाद का विषय बन गई है।
यह मामला अंबिकापुर के गुदरी चौक स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती समारोह से जुड़ा है, जहां जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर विलास भोसकर भाजपा नेताओं के साथ दिखाई दिए। इस तस्वीर के सार्वजनिक होने के बाद शहर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। विपक्षी दलों ने इसे आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन बताते हुए कड़ी आपत्ति जताई है।
गौरतलब है कि नगरीय निकाय क्षेत्र में 15 फरवरी से आचार संहिता हटा दी गई है, लेकिन पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी प्रभावी है। आगामी 20 जनवरी को पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सीतापुर और मैनपाट में मतदान होना है। ऐसे में कलेक्टर की राजनीतिक दल के नेताओं के साथ तस्वीर सामने आने से चुनावी निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं।
इस घटना को लेकर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने प्रतिक्रिया दी है। विपक्षी दलों ने कलेक्टर पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है। वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि यह एक सामाजिक कार्यक्रम था, जिसमें किसी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई।
इस विवाद ने प्रशासन की निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि निर्वाचन आयोग इस पर क्या रुख अपनाता है और क्या कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण दिया जाता है या नहीं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बीच भाजपा नेताओं के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी की तस्वीर सामने आना निःसन्देह पंचायत चुनाव को प्रभावित करने वाला है। शहरी क्षेत्र में आचार संहिता भले ही खत्म हो गई है लेकिन पंचायत में चुनाव अभी बाकी है। मैनपाट और सीतापुर में चुनाव कल है और ऐसे समय में भाजपा नेताओं के साथ फोटो वायरल होना सरासर गलत है। निर्वाचन आयोग को संज्ञान में लेकर मामले में कार्यवाही करनी चाहिए।
आशीष वर्मा
प्रवक्ता
जिला कांग्रेस सरगुजा