अंबिकापुर @thetarget365 नगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर मंजूषा भगत और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन अंबिकापुर के पीजी कॉलेज की हॉकी स्टेडियम में किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कृषि मंत्री रामविचार नेताम सहित कई विधायक एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दीं और नगर निगम के विकास का आश्वासन दिया।
मंत्रोच्चार व शंखनाद के बाद हुआ शपथ ग्रहण
आयोजन में शपथ ग्रहण से पूर्व पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया। मंत्रोच्चार के बाद शंखनाद का आयोजन किया गया। इसके बाद कलेक्टर सरगुजा ने मेयर सहित भाजपा के सभी पार्षदों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री का कांग्रेस पर निशाना
मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जनता ने उनकी सरकार पर भरोसा जताया है, और सरकार इस भरोसे पर पूरी तरह खरा उतरेगी। उन्होंने कहा कि अंबिकापुर नगर निगम के विकास की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों में कांग्रेस ने नगर निगम के विकास को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा, “जनता ने कांग्रेस पर विश्वास किया, लेकिन वे उस पर खरे नहीं उतरे। इसी कारण कांग्रेस को अपनी सही जगह पर पहुंचना पड़ा।”
गंगाजल शुद्धिकरण विवाद पर मुख्यमंत्री की सफाई
शपथ ग्रहण समारोह में गंगाजल शुद्धिकरण को लेकर उठे विवाद पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि हिंदू परंपरा के अनुसार किसी भी शुभ कार्य से पहले गंगाजल से शुद्धिकरण किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह परंपरा गृह प्रवेश या देवी-देवताओं की स्थापना के समय भी अपनाई जाती है और इसे विवाद का विषय नहीं बनाना चाहिए।
मेयर मंजूषा भगत का प्राथमिकता एजेंडा
शपथ ग्रहण के बाद मेयर मंजूषा भगत ने नगर निगम के विकास को लेकर अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं। उन्होंने कहा कि शहर की मूलभूत समस्याओं पर तुरंत ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के मुख्य मार्गों और गलियों में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट्स को जल्द चालू कराया जाएगा। नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को 15 दिनों के भीतर कामकाज में सुधार के निर्देश दिए जाएंगे। इसी तरह गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए जल संकट से निपटने के लिए पहले से ही कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।
कांग्रेस के पार्षदों ने किया शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार
इस शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के 16 पार्षद शामिल नहीं हुए। कांग्रेसी पार्षदों ने कलेक्टर से 3 मार्च को उनके कार्यालय में शपथ ग्रहण की मांग रखी है। इससे स्पष्ट है कि नगर निगम में भाजपा की सरकार बनने के बाद कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में मुखर रहेगी। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में नगर निगम के कामकाज को लेकर कांग्रेस किस तरह से भाजपा को चुनौती देती है।