अंबिकापुर @thetarget365 शहर में ट्रांसपोर्टर संजय सिंह पर हुए जानलेवा हमले का मामला अब राजनीतिक रंग लेने लगा है। घटना के तीन दिन बाद राजनीति भी गरमा गई है और भाजपा तथा कांग्रेस दोनों ही दलों के नेताओं ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस हमले के विरोध में लगातार क्षत्रिय समाज और हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ा है।
राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर अंबिकापुर में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपराधियों के खिलाफ त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि इस घटना को सांप्रदायिक रूप न दें।
वहीं, प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार की कानून व्यवस्था बेहद लचर हो चुकी है। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में अपराध नियंत्रण बेहतर था और आज की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है।
इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात कर मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की। इस पर गृहमंत्री ने गंभीरता दिखाते हुए आईजी सरगुजा से फोन पर पूरी जानकारी ली और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
क्षत्रिय समाज और हिंदू संगठनों का विरोध
इस मामले में क्षत्रिय समाज और हिंदू संगठनों ने पहले दिन से ही विरोध दर्ज कराया है। हिंदू संगठनों के दबाव पर व मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस मामले में हत्या के प्रयास की धाराएं जोड़ दी हैं। घटना के बाद बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों और समाज के लोगों ने एसपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और मॉब लिंचिंग की धारा जोड़ने के साथ सख्त कार्रवाई की मांग की। संगठन ने पुलिस को आरोपियों को 48 घंटे में गिरफ्तार करने की बात कही है। गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन उग्र करने की चेतावनी भी दी गई है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और पुलिस की शांति बनाए रखने की अपील
घटना से जुड़ी कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें हमलावरों की बर्बरता साफ देखी जा सकती है। इस वीडियो को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है और सोशल मीडिया पर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं एक वीडियो में अराजकता पर सवाल किए जाने के मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो की चुप्पी पर भी अनेक सवाल उठाए जा रहे हैं।
घटना के बाद एसपी ने शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। एसपी योगेश पटेल ने बताया कि नामजद 2 आरोपियों के अलावा दो अन्य लोगों की भी पुलिस ने पहचान की है। वायरल वीडियो की गहनता से जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पब्लिक से सहयोग बनाये रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।