★ अंबिकापुर के शासकीय ड्राइवर की रायपुर में चाकू गोदकर हुई थी हत्या
अंबिकापुर @thetarget365 राजधानी रायपुर में अंबिकापुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सरईटिकरा निवासी ड्राइवर ईश्वर राजवाड़े की चाकू से गोदकर हत्या कर दिए जाने से गांव में शोक व आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रकरण की सुनवाई अंबिकापुर न्यायालय में करने और आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है।
सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत सरईटिकरा के दर्जनों ग्रामीण आज मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचे। ग्रामीणों ने कलेक्टर सरगुजा से मुलाकात कर बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के युवक की मौत से परिजनों के सामने अनेक परेशानी खड़ी हो गई है। मृतक ईश्वर राजवाड़े दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में आदिम जाति कल्याण विभाग में कार्यरत था। रविवार रात रायपुर के तेलीबांधा के समीप ईश्वर राजवाड़े की चाकू से वार कर हत्या कर दी गई थी।
ग्रामीणों का कहना है कि घटना रायपुर में हुई है। आरोपी शातिर बदमाश है। प्रकरण की सुनवाई यदि रायपुर न्यायालय में हुई तो पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं रहेगी। इसलिए प्रकरण को अंबिकापुर सत्र न्यायालय में स्थानांतरित किया जाए। यहां पीड़ित परिवार के सदस्यों को सुनवाई में बिना किसी डर , भय के अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा।
ग्रामीणों की मुख्य मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मुख्य रूप से मांग की है कि मृतक की पत्नी को अनुकंपा नियुक्ति, तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में दो लाख की मदद, सत्र प्रकरण का अंबिकापुर न्यायालय में स्थानांतरण और आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।
रायपुर पुलिस ने संवेदनहीनता का दिया परिचय
सरईटिकरा के ग्रामीणों ने बताया कि चाकू के वार से गंभीर रूप से जख्मी ईश्वर राजवाड़े को समय पर उपचार सुविधा नहीं मिली। घटना पश्चात रात्रिकालीन पुलिस पेट्रोलिंग वाहन घटना स्थल पर पहुंची थी लेकिन ईश्वर को घटनास्थल से उठाकर अस्पताल में भर्ती नहीं किया। यह पुलिस के संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है। तब मृतक के दोस्त विवेक ने एंबुलेंस के लिए काल किया। एंबुलेंस भी घटना के आधे घंटे के पश्चात घटनास्थल पर पहुंचा। विलंब होने के कारण ईश्वर की मौत हो गई। यदि समय पर अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। ग्रामीणों का आरोप है कि यह पूरा घटनाक्रम रायपुर पुलिस प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही को इंगित करता है।
03 दिन का अल्टीमेटम, मांगे पूरी नहीं हुई तो शुरू होगा अनशन
ग्राम पंचायत सरईटिकरा के ग्रामीणों ने कलेक्टर को प्रेषित ज्ञापन में कहा है कि मृतक के परिवार में पत्नी और दो छोटे बच्चे रह गए हैं। उनके समक्ष जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है। यदि 03 दिन के भीतर मांगों पर निर्णय नहीं लिया गया तो गांववाले अंबिकापुर- बिलासपुर मुख्य मार्ग पर राइस मिल के समीप अनशन करेंगे। इसकी कोई भी जवाबदारी ग्राम पंचायत की नहीं रहेगी।
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