★ आईएमए सहित विभिन्न संगठनों के लोगों ने भारी बारिश के बीच अंबिकापुर में प्रोटेस्ट मार्च निकाला
अंबिकापुर @thetarget365 कोलकाता के मेडिकल कालेज अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में देशभर के डॉक्टर आक्रोशित हैं। कांड के विरोध और न्याय की आवाज सरगुजा में भी पुरजोर तरीके से उठा रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अंबिकापुर सहित सभी निजी अस्पतालों की ओपीडी में काम बंद रहा। न्याय की आवाज को बुलंद करते हुए आईएमए सहित विभिन्न संगठनों के लोगों ने भारी बारिश के बीच अंबिकापुर में प्रोटेस्ट मार्च निकाला। प्रोटेस्ट मार्च में डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ कांग्रेस, बीजेपी, विभिन्न सामाजिक संगठन व व्यापारी वर्ग, आमजनों ने भी अपनी आवाज न्याय के लिए बुलंद की।
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कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या को लेकर प्रोटेस्ट मार्च से पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ योगेंद्र सिंह गहरवार ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि पश्चिम बंगाल के अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ जिस प्रकार की घटना हुई, जो तस्वीर सामने आई उसे बता पाना मुश्किल है। निर्भया कांड की तरह यह घटना पूरे देश की कानून व्यवस्था को प्रश्न चिन्ह के दायरे में लाता है। हमारी बेटियां सुरक्षित रहें इसके लिए हम सभी को आगे आना होगा। उक्त बच्ची को न्याय न मिलने की स्थिति में यह हड़ताल रक्षाबंधन के बाद अनिश्चितकालीन रूप में तब्दील हो सकती है। प्रेस वार्ता के दौरान आईएमए की अध्यक्ष डॉ. अंजू गोयल, हॉस्पिटल संगठन के अध्यक्ष डॉ संजय गोयल, सीएस डॉ जेके रेलवानी, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. नारंग, नरेंद्र टुटेजा, विवेक दुबे, होली क्रॉस की डॉ. मधु, डॉ. डायना, डॉ काजल, सहित अन्य मौजूद थे।
कोलकाता कांड के विरोध में देशभर के डॉक्टर जहां शनिवार को हड़ताल पर रहे, वही आईएमए के आह्वान पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर पर भी ओपीडी बंद रही। चिकित्सा अस्पताल पहुंचे जरूर पर ओपीडी में कोई भी मरीज को नहीं देखा। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी स्वास्थ्य सेवाएं शनिवार सुबह छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक काम नहीं करेंगी। चिकित्सकों की हड़ताल की वजह से मरीज को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई प्रकार की जांच सुविधा जहां मरीजों को नहीं मिल पाई वहीं सर्जरी भी टाल दी गई।
हड़ताल का आह्वान करने वाले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के कहे अनुसार इमरजेंसी सेवाएं चालू रही। मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भी चिकित्सकों की हड़ताल की वजह से ओपीडी बंद रही। चिकित्सक पहुंचे जरूर परंतु काम नहीं किया। इमरजेंसी सेवाएं चालू रहने की वजह से आपातकाल में मरीजों की भीड़ देखी गई। चिकित्सकों की हड़ताल से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रोटेस्ट मार्च के दौरान डा. आराधना त्रिपाठी, डा. लता गोयल, डा. किरण, डा. सुषमा रवि, डा. स्मिता परमार, डा. कंचन, डा. अपेक्षा सिंह, डा. रेखा, डा. परिडा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शफी अहमद, द्वितेंद्र मिश्रा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश गुप्ता के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए।